भोपाल। मध्यप्रदेश में स्कूली किताबों में अब आदि शंकराचार्य की जीवनी को भी शामिल किया जाएगा। सोमवार को आदि शंकराचार्य प्रकटोत्सव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी घोषणा की। विधानसभा के मानसरोवर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की अष्टधातु की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
-सीएम ने कहा कि इसके लिए 1 जून से 30 जून तक प्रदेश के गांव-गांव से धातु एकत्रित की जाएगी। इसके अलावा आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास का भी गठन किया जाएगा। इस न्याास का काम संत ही संभालेंगे। न्यास आदि शंकराचार्य के किए गए कार्यों व वेदांत के प्रचार प्रचार के लिए काम करेगा।
-प्रकटोत्सव में कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वती, हरिद्वार के प्रमुख अखंड परमधाम के स्वामी परमानंद गिरि जी महाराज, पुणे के धर्मश्री गीता परिवार के प्रमुख स्वामी गोविंद देव गिरि जी, सिद्धबाड़ी चिन्मय तपोवन के प्रमुख स्वामी सुबोधानंदजी, विट्टल सी नाडकर्णी के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल, राष्ट्रीय महासचिव राम माधव और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने भी आदि शंकराचार्य के संस्मरण याद करते हुए वेदांत विमर्श किया।