रतलाम
धान मंडी में रानीजी के मंदिर के समीप एक मकान में निर्माण के दौरान पास में स्थित डॉक्टर हरिओम तिवारी का मकान अचानक धराशायी हो गया। घटना के समय मकान में डॉक्टर तिवारी उनके परिजन और 5-7 मरीज थे जो बाहर निकल आए। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। यदि समय रहते लोग बाहर नही निकलते तो बड़ा हादसा हो सकता था।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार धान मंडी में बाबू सेठ नामक व्यक्ति डॉक्टर हरिओम तिवारी के घर के पास मकान का निर्माण करवा रहे हैं। नीचे तल घर के लिए गहरा गड्ढा खोदा गया था। इससे डॉ तिवारी के मकान को नुकसान पहुंचा और उनका दो मंजिला मकान शनिवार दोपहर अचानक धराशायी हो गया।
डॉ तिवारी के पुत्र हितेंद्र तिवारी और अन्य लोगों ने बताया कि घटना के समय वे घर के अंदर थे। मकान धीरे-धीरे गिरने लगा, कुछ मिट्टी गिरना शुरू हुई थी तभी वे लोग बाहर निकल आए। घटना की सूचना मिलने पर पार्षद चंद्रप्रकाश पुरोहित, नगर निगम सिटी इंजीनियर नागेश वर्मा और माणक चौक थाना प्रभारी रविंद्र दंडोतिया दल के साथ मौके पर पहुंचे और घटना के बारे में जानकारी ली।
पार्षद पुरोहित ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने पिछले कुछ दिन पहले ही नगर निगम में तल घर के निर्माण पर रोक लगाने की मांग भी की थी और सम्मेलन में भी यह मुद्दा उठाया था। इसके बावजूद नगर निगम द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सिटी इंजीनियर वर्मा ने बताया कि उक्त मकान बगैर अनुमति के बनाया जा रहा है 4 दिन पहले ही उन्होंने काम रुकवाया था और सामान भी जब करवाया था।