ग्रेटर नोएडा
जेवर-बुलंदशहर हाईवे पर हुए गैंगरेप केस की चार पीड़िताओं में से एक ने रविवार को सूइसाइड करने का प्रयास किया। उसे खुद को पंखे से लटकाया और जान देने की कोशिश की लेकिन मौके पर पहुंचे परिजन उसे अस्पताल ले गए, जहां उसकी जान बच गई।
बता दें कि 24 मई को जेवर-बुलंदशहर हाईवे पर 6 डकैतों ने चार महिलाओं का सामूहिक गैंगरेप किया था। इसमें परिवार के मुखिया की आरोपियों ने हत्या कर दी थी। आत्महत्या का प्रयास करने वाली यह 50 वर्षीय महिला कैब ड्राइवर की पत्नी है और इन्हीं चार पीड़िताओं में से एक है। यह महिला अपने पति के साथ किराये के मकान में रहती है। गैंगरेप कांड का शिकार हुईं अन्य तीन पीड़िताएं भी उसके पास के मकानों में ही रहती हैं। इस महिला का कहना है कि पुलिस को आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ना चाहिए।
आत्महत्या का प्रयास करने वाली इस पीड़िता के पति के मुताबिक, वह रात में छत पर सो रहा था और उसी वक्त उसकी पत्नी ने आत्महत्या का प्रयास किया। उसने बताया,’पत्नी सवेरे 3 बजे जगी और उसने कमरे में रखे स्कार्फ से खुद को सीलिंग फैन से लटकाने का प्रयास किया। वह प्रयास कर रही रही थी कि इसी बीच मेरी बेटी सहरी के लिए उठी और उसने सूइसाइड करते हुए देख लिया। वह तेज से चीखी और परिवार के अन्य सदस्यों को बुलाया। मैं तुरंत भागता हुआ नीचे गया और अपनी पत्नी को बचाया।’
पीड़िता ने टाइम्स आॅफ इंडिया को बताया,’मेरे साथ जो कुछ हुआ, उसको लेकर मैं बहुत दुखी हूं। मेरी उम्र 50 के आसपास है लेकिन किसी भी आरोपी ने मेरी उम्र का लिहाज नहीं किया। गैंगरेप करने वालों ने हम चारों औरतों का रेप किया। समाज में मैंने अपना सम्मान खो दिया है। पुलिस ने भी अब तक इस मामले में कोई खास सफलता नहीं हासिल की है। ऐसी बेगैरत जिंदगी जीने से भला क्या फायदा है?’ पुलिस ने इस मामले में कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है लेकिन अब तक इस केस में खास सफलता हाथ नहीं लगी है।