ओवल
श्री लंका ने शानदार खेल दिखाते हुए चैंपियंस ट्रोफी के ग्रुप बी मुकाबले में भारत को 7 विकेट से हरा दिया। 322 के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्री लंका की टीम ने 8 गेंद शेष रहते यह मैच अपने नाम कर लिया। श्री लंका की इस जीत से शिखर धवन की मैच में खेली गई शतकीय पारी भारत के काम न आ सकी। श्री लंका की ओर से कुसल मेंडिस ने बेहतरीन 89 रन और दनुष्का गुणाथिलाका ने 76 रन की पारी खेली। इन दोनों के आउट होने के बाद कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने टीम के लिए 52 अहम रन जोड़े। भारत की ओर से केवल भुवनेश्वर कुमार 1 विकेट ले सके और इसके अलावा गुणाथिलाका और मेंडिस के विकेट रनआउट के रूप में भारत को मिले। इस हार के बाद सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए भारत की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इसके लिए उसे 11 जून को साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाला मैच हर हाल में जीतना होगा।
76 रन की पारी खेलने वाले गुणाथिलाका ने अपनी इस आकर्षक पारी में 7 चौके और 2 छक्के जमाए। वहीं तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए कुसल मेंडिस (89) ने अपनी पारी में 11 चौके और 1 छक्का जमाया। श्री लंका की शुरुआत भले ही खराब रही, लेकिन इसके बाद गुणाथिलाका और मेंडिस की जोड़ी ने दूसरे विकेट के लिए 159 रन की बेहतरीन साझेदारी कर भारत को मैच से दूर कर दिया। इन दोनों ने 23 ओवर तक भारत को विकेट के लिए तरसा दिया।
भारत की ओर से रविंद्र जाडेजा और हार्दिक पांड्या बेहद महंगे साबित हुए। दोनों ही गेंदबाज कोई विकेट नहीं ले पाए और जाडेजा ने जहां 6 ओवर में 52 वहीं हार्दिक ने 7 ओवर में 51 रन लुटाए। 28वें और 33वें ओवर में दोनों खिलाड़ियों (गुणाथिलाका और मेंडिस) के रन आउट होने के बाद भारत के लिए एक बार मौका जरूर बना था, लेकिन कुसल परेरा (47*) और कप्तान मैथ्यूज की साझेदारी ने भारत को मैच से बाहर ही कर दिया। मांसपेशियों में खिंचाव के कारण कुसल परेरा (47*) को रिटायर्ट हर्ट होना पड़ा, लेकिन कप्तान मैथ्यूज अंत तक क्रीज पर टिके रहे। परेरा की जगह क्रीज पर असेला गुणारत्ने ने भी शानदार (34*) रन का योगदान दिया।
इससे पहले श्री लंका की पारी के 5वें ओवर में निरोशान डिकवेल्ला (7) आउट हो गए। इस समय श्री लंका की पारी का स्कोर सिर्फ 11 रन ही था। उन्हें भुवनेश्वर कुमार ने अपना शिकार बनाया। डिकवेला के बाद कुसल मेंडिस श्री लंका की पारी संभालने के लिए क्रीज पर आए। दोनों ने मिलकर पहले श्री लंका की टीम को दबाव से उबारा और बॉल पर नजरें जमाने के बाद खुलकर अपना खेल खेलना शुरू कर दिया है। 70 के निजी स्कोर पर गुणाथिलाका भाग्यशाली रहे कि लॉन्ग ऑन में हवा में गए उनके शॉट पर रोहित शर्मा कैच नहीं लपक पाए। रोहित ने आगे कूदते हुए प्रयास तो किया, लेकिन गेंद उनके हाथ से लगकर छिटक गई।
इससे पहले ICC चैंपियंस ट्रोफी के ग्रुप बी के मैच में भारत ने श्री लंका के खिलाफ 50 ओवरों में 6 विकेट पर 321 रन बनाए। शिखर (125) और रोहित (78) के बाद एम. एस. धोनी ने 63 रन का अहम योगदान दिया। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को एक बार फिर रोहित और शिखर की जोड़ी ने एक बार फिर शानदार शुरुआत दी। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 138 रन की शतकीय साझेदारी निभाई। शिखर धवन ने अपने वनडे करियर का 10वां शतक जमाया।
लासित मलिंगा ने रोहित शर्मा को आउट कर श्री लंका को पहली सफलता दिलाई। रोहित के आउट होने के बाद श्री लंका ने भारतीय पारी में सेंध लगाने की कोशिश की। रोहित शर्मा (78) के आउट होने के बाद कप्तान विराट कोहली (0) बगैर खाता खोले पविलियन लौट गए। नुवान प्रदीप ने कोहली को विकेटकीपर डिकवेल्ला के हाथ कैच आउट कराया। इसके थोड़ी ही देर बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जीत के हीरो रहे युवराज सिंह (7) भी आउट हो गए। वह गुणारत्ने का शिकार बने। गुणारत्ने ने युवी को बोल्ड कर दिया। युवराज के आउट होने के बाद भारत का स्कोर 179 पर 3 था।
इन दोनों के आउट होने के बाद धोनी अपने भारतीय पारी की जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेते हुए शानदार 63 रन का योगदान दिया। धोनी ने अपनी इस पारी में 52 बॉल का सामना किया, जिसमें 7 चौके और 2 छक्के शामिल रहे। धोनी अंतिम ओवर में तेजी से रन बटोरने के प्रयास में बाउंड्री लाइन के पास लकमल की बॉल पर कैच आउट हुए।
श्री लंका की ओर से लासित मलिंगा ने 10 ओवर में 70 रन लुटाए और उन्होंने 2 विकेट अपने नाम किए। अंतिम ओवरो में केदार जाधव ने भी शानदार 25 रन का योगदान दिया। 25 रन की इस छोटी सी पारी में जाधव ने सिर्फ 13 बॉल खेलीं, जिसमें 3 चौके और 1 छक्का जमाया।
इससे पहले रविवार को भारत ने अपने पहले मैच में पाकिस्तान को हराया था। वहीं श्री लंका को साउथ अफ्रीका के हाथों हार मिली थी। अग ग्रुप बी में सेमीफाइनल की रेस रोमांचक हो गई हैं। इस ग्रुप की चारों टीमों ने अपने 2-2 मैच खेलकर 1-1 मैच में जीत और 1-1 में हार दर्ज की है। अब हर टीम का तीसरा और आखिरी लीग मैच रोमांचक हो गया है।