सीहोर
समर्थन मूल्य पर खरीदी गई करीब 50 हजार क्विंटल प्याज शनिवार को दोपहर में करीब एक घंटे तक हुई बारिश में भीग गई। इछावर और आष्टा में भी हजारों क्विंटल प्याज पिछले दिनों हुई बारिश में भीग चुकी । जिसके सड़ने का खतरा बढ़ गया है। वहीं इछावर में किसानों ने प्याज की खरीदी धीमी गति से होने के कारण इछावर-सीहोर मार्ग पर करीब दो घंटे तक चक्काजाम किया। शनिवार को खरीदी केंद्र के बाहर जमोनिया मार्ग पर खड़े 300 से अधिक ट्रैक्टर-ट्रालियों में भरी प्याज को बचाने के लिए किसान लाइन में खड़े थे। तभी अचानक दोपहर करीब दो बजे बारिश शुरू हो गई।
इस दौरान जिसके पास प्लास्टिक की पन्नी थी वह उसी से उसे ढंकते नजर आए। वहीं जिनके पास पन्नी नहीं होने पर इधर -उधर पेड़ों नीचे अपनी ट्रालियों को किसी तरह प्याज को बचाने की कोशिश करने लगे। लेकिन उनकी यह कोशिश नाकाम रही। मंडी परिसर में बने पांच नीलामी 5 शेड में रखी प्याज भी नहीं बच सकी। चारों तरफ से शेड के खुला होने से पानी अंदर तक घुस गया। जिससे प्याज पूरी तरह से भीग गई।
पानी निकासी के नहीं इंतजाम 5 शेड में रखी 50 हजार क्विंटल प्याज
कृषि उपज मंडी के नीलामी 5 शेड में 50 हजार क्विंटल प्याज रखी हुई है। खरीदी के बाद इस प्याज को यहीं पर ही रखा गया है। ये सभी शेड चारों तरफ से खुले हैं। बारिश होने पर शेड के किनारों से पानी अंदर आ जाता है। साथ हवा चलने के कारण शेड के अंदर रखी प्याज भी भीग जाती है। पानी निकासी नहीं होने के कारण पानी यहीं जमा हो गया। इससे नीचे की रखी प्याज की कटि्टयां भी भीग गईं। यह पहला मौका नहीं जब यह प्याज भीगी हो इससे पहले भी तीन बार यह प्याज बारिश के कारण भीग चुकी है।
पानी में भीगने के बाद सड़ने लगी प्याज
मंड परिसर में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई प्याज के भीगने के बाद कुछ प्याज सड़ने भी लगी। पिछले दिनों बारिश में भीगी प्याज के सड़ने का सिलसिला शुरू हो चुका है। अब यदि जल्द ही भीगी प्याज को सुखाने के बाद व्यवस्थित गोदामों में नहीं पहुंचा गया। तो भारी मात्र में प्याज सड़ जाएगी। जानकारों के अनुसार पानी में भीगने के बाद प्याज तेजी से सड़ने लगती है।
रखने की जगह नहीं होने से शनिवार को नहीं खरीदी प्याज
जिले में अब तक साढे तीन लाख क्विंटल से ज्यादा प्याज खरीदी जा चुकी है। जिसके चलते लगभग सभी शासकीय गोडाउन और कई निजी वेयर हाउस भर चुके हैं। मंडी के सभी शेड प्याज से भरे हुए हैं। प्याज रखने की जगह नहीं होने के कारण शुक्रवार को ही प्रशासन ने सीहोर के केंद्र से खरीदी हुई प्याज भोपाल भेजी थी। जो एक निजी वेयर हाउस में रखी गई थी। वेयर हाउस भ्रर जाने के बाद कहीं भी प्याज रखने की जगह नहीं होने के कारण शनिवार को केंद्र पर प्याज नहीं खरीदी गई।