भोपाल
पानी,शौचालय और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने की मांग को लेकर पेट्रोल टैंकर चलाने वाले वर्कर्स ने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु कर दी है। इसके चलते राजधानी के डिपो में आने वाले 600 टैंकरों के पहिए थम रहे। ऐसे में गुरुवार से लोगों को पेट्रोल और डीजल की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है और कई पेट्रोल पम्प ड्राइ हो सकते हैं।
पेट्रोल टैंकर वर्कर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अब्दुल रहमान राजा भाई के मुताबिक टैंकर राजधानी के भौंरी बकानिया स्थित रिलायंस डिपो से पेट्रोल और डीजल भरते हैं लेकिन डिपो में टैंकर वर्कर्स के लिए कोई भी मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं है। सड़क ठीक नहीं होने से टैंकरों में मरम्मत का खर्च बढ़ रहा है। इसके साथ ही डिपो में पीने के पानी और शौचालय तक की व्यवस्था नहीं है। इन मांगों को लेकर बुधवार को हमने काम बंद रखा था, लेकिन शासन द्वारा कोई सुनवाई नहीं किए जाने से अब अनिश्चितकालीन हड़ताल रहेगी।
डीलर्स ने नहीं खरीदा पेट्रोल और डीजल
हर रोज पेट्रोल-डीजल के दाम बदलने के विरोध और कमीशन बढ़ाने की मांग को लेकर राजधानी भोपाल के पेट्रोल पम्प डीलर्स ने कंपनी के डिपो से 5 जुलाई को पेट्रोल और डीजल नहीं खरीदा। हालांकि इसके चलते बुधवार को कोई भी पेट्रोल पम्प ड्राइ होने की नौबत नहीं आ सकी।
मप्र पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह के मुताबिक सरकार के निर्णय के विरोध में हमने नो परचेस के तहत डिपो से माल नहीं लिया। हम 12 जुलाई को न तो पेट्रोल खरीदेंगे और न ही बेचेंगे । जानकारी के मुताबिक राजधानी में हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के करीब 34 पम्प, इंडियन ऑयल के 29, भारत पेट्रोलियम के 20 तथा एस्सार और रिलांयस के तीन-तीन पम्प हैं