श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ गठबंधन सरकार में भागीदार बीजेपी, प्रदेश में एक ऐसा विभाग बनाने की योजना तैयार कर रही है जिसके जरिए युवाओं को कट्टर बनाने की कोशिशों को रोका जा सके। पार्टी का मानना है कि घाटी में हो रही हिंसा और खराब राजनीतिक हालात की मूल वजह यही ‘कट्टरता’ है और प्रदेश के विकास के साथ-साथ इस मोर्चे पर भी लड़ाई बेहद जरूरी हो गई है। इसके लिए कई देशों को मॉडल्स की स्टडी की जा रही है।
बीजेपी प्रवक्ता और जम्मू और कश्मीर प्रॉजेक्ट कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन के उपाध्यक्ष खालिद जहांगीर ने कहा कि वह विभिन्न देशों में अपनाए जाने वाले उन तरीकों का अध्ययन कर रहे हैं जिनके जरिए कट्टरता को बढ़ने से रोका जाता है। जहांगीर ने कहा कि वह जल्द इस संबंध में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के सामने प्रस्ताव रखेंगे।
जहांगीर ने कहा, ‘पहले एक सामाजिक कल्याण मंत्रालय हुआ करता था, लेकिन अब सरकार को कट्टरता रोकने पर पूरा ध्यान देना होगा।’ उन्होंने कहा कि इस संबंध में सिंगापुर में अपनाया जा रहा मॉडल प्रदेश के लिए सबसे सही और व्यवहारिक होगा। बीजेपी प्रवकेता ने कहा, ‘हमने देखा है कि कई सेक्युलर और यहां तक कि मुस्लिम देश भी इस तरह के केंद्र शुरू कर रहे हैं और इसके जरिए उन्हें अच्छे नतीजे भी मिले हैं। साथ-साथ हमें अपनी पुलिस फोर्स और सिक्यॉरिटी एजेंसियों को और प्रभावशाली बनाना होगा ताकि वे ऐसे लोगों पर लगाम लगा सकें जो युवाओं को कट्टरता की आग में झोंकने के काम में लगे हैं।’
बीजेपी नेता ने कहा कि इस प्रक्रिया के तहत ऐसे युवाओं को चिह्नित किया जाएगा जिन्हें कट्टर बनाया जा चुका है या फिर ऐसे युवा जिन्हें बहकाए जाने की आशंका सबसे प्रबल होगी। ऐसे युवाओं को जेल में डालने के बजाय उन्हें कुछ समय के लिए एक अलग केंद्र में रखा जाएगा जहां डॉक्टर होंगे, धार्मिक विद्वान होंगे और आतंकवाद रोधी ऑपरेशनों में शामिल रहे सैना के विशेषज्ञ होंगे जो उन्हें सही रास्ता दिखाएंगे, उनकी काउंसलिंग करेंगे। यहां कुछ दिनों तक रखने के बाद उन्हें छोड़ दिया जाएगा, लेकिन उनपर कड़ी निरगानी रखी जाएगी।
जहांगीर ने कहा, ‘समाज में स्वीकार्य कोई भी व्यक्ति इस विभाग की अगुवाई कर सकता है, जो प्रशासन के साथ मिलकर काम कर सके। यहां युवाओं को कट्टर बनाया जा रहा है। खास तौर पर दक्षिण कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा जैसे आतंकी संगठनों से ताल्लुक रखने वाले लोग युवाओं को बहका रहे हैं, उन्हें कट्टर बना रहे हैं।’ बीजेपी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती प्रदेश का विकास करने के साथ-साथ एक ऐसी व्यवस्था को विकसित करना भी है जो कट्टरता को रोक सके।