अंतरराष्ट्रीय दबावों को धता बताते आ रहे उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को इंटरकंटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। एक महीने के भीतर उत्तर कोरिया द्वारा यह दूसरा इंटरकंटिनेंटल मिसाइल परीक्षण है। इस परीक्षण के साथ ही उत्तर कोरिया अब अमेरिका को मिसाइल हमले की जद में लाने के करीब पहुंच चुका है। इस परीक्षण के बाद कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है। यह मिसाइल परीक्षण ऐसे वक्त में किया गया है जब एक दिन पहले ही अमेरिकी कांग्रेस ने रूस, ईरान और उत्तर कोरिया पर नए और सख्त प्रतिबंधों को लगाए जाने के पक्ष में वोट दिया है।
उत्तर कोरिया ने इस साल 12वीं बार मिसाइल का परीक्षण किया। पिछले एक महीने में उसने दूसरी बार इंटरकंटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का परीक्षण किया है। दक्षिण कोरियाई न्यूज एजेंसी यॉन्हप के मुताबिक इस मिसाइल की मारक क्षमता इतनी है कि अमेरिका को भी निशाना बनाया जा सकता है। यॉन्हप ने विशेषज्ञों के हवाले से बताया है कि उत्तर कोरिया के मिसाइलों की जद में अमेरिका के लॉस ऐंजिलिस समेत कई दूसरे शहर भी आ सकते हैं।
मेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन के प्रवक्ता कैप्टन जेफ डेविस ने इस बात की पुष्टि की कि उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। उन्होंने कहा, ‘हमारा आंकलन है कि मिसाइल एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल थी जिसका पहले से अंदाजा था। मिसाइल को मुपयोंग नी से लॉन्च किया गया और इसने जापान सागर में गिरने से पहले 1,000 किलोमीटर की दूरी तय की।’
कैप्टन डेविस ने यह मानने से इनकार किया कि अमेरिका अब उत्तर कोरिया के मिसाइल हमले की जद में आ सकता है। उन्होंने कहा कि नॉर्थ कोरिया की मिसाइल से अमेरिका को कोई खतरा नहीं है। डेविस ने जोर देकर कहा कि अमेरिका खुद की और दक्षिण कोरिया व जापान जैसे अपने सहयोगियों की किसी भी तरह के हमले से रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण की जानकारी मिलने के तुरंत बाद जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो आबे ने देश के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने का फैसला किया। उन्होंने कहा, ‘हमें जानकारी मिली है कि उत्तर कोरिया ने एक बार फिर मिसाइल छोड़ा है। हम तत्काल सूचना का विश्लेषण करेंगे और जापान के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी तरह के जरूरी कदम उठाएंगे।’ गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने 4 जुलाई को पहले अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था।