ट्रेनों के एसी श्रेणी के यात्रियों को कंबल देने पर रोक लग सकती है। दरअसल, रेलवे इस मामले में विचार कर रहा है कि ट्रेनों के एसी कोच में तापमान 19 की बजाय 24 डिग्री रखा जाए, ताकि यात्रियों को कंबल की जरूरत ही न पड़े। इसकी वजह यह है कि रेलवे को कंबलों की धुलाई में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
रेलवे सूत्रों का कहना है कि कंबलों की धुलाई पर रेलवे को मोटी रकम खर्च करनी पड़ती है। इसके बावजूद अक्सर यात्रियों की शिकायत रहती है कि उन्हें गंदे और कई बार तो बदबूदार कंबल दे दिए जाते हैं। रेलवे का कहना है कि कंबल के मामले में रेलवे को जितना पैसा खर्च करना पड़ता है, उतना यात्री से नहीं मिल पाता।
कंबल सिर्फ एसी क्लास के यात्रियों को ही दिया जाता है, ऐसे में क्यों न यह व्यवस्था की जाए कि एसी क्लास में होने वाली ठंडक को इतना ही रखा जाए, ताकि कंबल की जरूरत पड़े ही नहीं। रेलवे यात्रियों को चादर देता है और तापमान कम होने पर उन्हें ओढ़ने के लिए वही पर्याप्त होगा।