कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार पर बुधवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के छापे पर सियासी बवाल मच गया है। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया है। वहीं, बीजेपी ने शिवकुमार के घर से बरामद करोड़ों रुपये की ओर इशारा करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेसी विधायकों को टूट से बचाने के लिए पार्टी ने उन्हें रुपये का लालच दिया है। हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ के मुताबिक, दोपहर 2 बजे तक शिवकुमार के ठिकानों से करीब 11 करोड़ रुपये कैश बरामद किया जा चुका है।
बता दें कि शिवकुमार ही वो शख्स हैं, जो बेंगलुरु के नजदीक एक रिजॉर्ट में ठहरे कांग्रेस के 40 से ज्यादा विधायकों की मेजबानी में लगे थे। शिवकुमार बेहद प्रभावशाली स्थानीय नेता हैं, जिनकी कांग्रेस आलाकमान से बेहद नजदीकी मानी जाती है। गुजरात में होने वाले राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी में फूट की आशंका के मद्देनजर कांग्रेस ने इन विधायकों को इस रिजॉर्ट में ठहराया हुआ है। कांग्रेस का आरोप है कि विधायकों को तोड़ने में नाकाम होने के बाद बीजेपी अब सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग पर उतर आई है।
जेटली के दावे को किया खारिज
कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने जेटली के उस बयान को खारिज किया है, जिसके मुताबिक आईटी अफसरों ने रिजॉर्ट पर कोई छापा नहीं मारा। जेटली ने संसद में बताया था कि अधिकारी सिर्फ डीके शिवकुमार से पूछताछ करने के लिए रिजॉर्ट गए थे। गोहिल ने दावा किया कि उनके पास एक ऐसा विडियो है, जिसमें अधिकारी और सुरक्षाकर्मी रिजॉर्ट के कॉरिडोर में टहलते नजर आ रहे हैं। गोहिल ने कहा, ‘होटल के अंदर बंदूकधारी इस तरह घूम रहे थे, मानो हम विधायक नहीं, अपराधी हैं।’ गोहिल के मुताबिक, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी सुरक्षाबलों के साथ रिजॉर्ट में घुस आए थे।
स्वत: संज्ञान ले सुप्रीम कोर्ट: गोहिल
गोहिल ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि वह स्वत: संज्ञान लेते हुए इस मामले में ऐक्शन ले। गोहिल ने कहा कि कांग्रेसी विधायक रिजॉर्ट के अंदर कोई जश्न नहीं मना रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी की ओर से 15 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था। इसके बावजूद, सभी विधायक एकजुट हैं और आने वाले 8 अगस्त को कांग्रेस प्रत्याशी अहमद पटेल को पहली वरीयता से वोट देंगे। गोहिल ने कहा कि अगर शिवकुमार से पूछताछ करनी थी तो आईटी अधिकारी उन्हें घर या रिजॉर्ट के बाहर बुला सकते थे, जबकि उन्होंने सीधे रेड मार दी। उन्होंने मोदी और जेटली पर तीखा हमला करते हुए कहा कि रावण और कंस भी इस तरह से शासन नहीं कर पाए थे। आगे की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर गोहिल ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर उन्होंने कुछ भी बताया तो मुमकिन है कि 8 तारीख को वोटिंग से पहले गुजरात जाते वक्त विधायकों को प्लेन पर ही चढ़ने की इजाजत ही न मिले।
सिद्धारमैया के संपर्क में राहुल गांधी
वहीं, शिवकुमार के छापे को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक के सीएम सिद्दारमैया से बातचीत की है। उधर, इस कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने शिवकुमार के घर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सिब्बल ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पूछा कि बिना राज्य सरकार को जानकारी दिए आईटी डिपार्टमेंट ने इस तरह की कार्रवाई कैसे की?