हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के भतीजे और पोते पर रेप का आरोप लगाने वाली नाबालिग लड़की अब खुलकर सामने आ गई है। किशोरी का कहना है कि उसे वर्णिका कुंडू को देखकर हिम्मत मिली है और अब वह अपनी लड़ाई लड़ेगी। बता दें, बराला के भतीजे और पोते के खिलाफ पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दाखिल करने वाली फतेहाबाद जिले के टोहाना के निकटवर्ती गांव बढ़ाईखेड़ा निवासी लड़की व उसका परिवार पिछले 2 महीने से गांव छोड़कर उसके मामा के गांव में रह रहा है। पीड़िता व उसका परिवार डर के मारे गांव लौटने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहा है।
पीड़ित लड़की का कहना है कि विकास बराला और आशीष की करतूत और उसके बाद वर्णिका कुंडू के साहस ने उसे भी हिम्मत दिलाई है। फतेहाबाद में मीडिया से रूबरू होते हुए किशोरी ने कहा कि अब वह भी वर्णिका की तरह न्याय पाने के लिए हर लेवल पर लड़ाई लड़ेगी। उसने कहा कि बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के प्रभाव में पुलिस ने उस पर दबाव डालकर अपने मुताबिक बयान लिखवा लिए थे। पीड़िता ने कहा है कि सुभाष बराला का भतीजा और पोता उसे जबरन गाड़ी में डालकर ले गए थे, लेकिन पुलिस ने दबाव डालकर अपनी मर्जी से उनके साथ जाने की बात लिखवा ली थी। पीड़िता ने कहा है कि सदर एसएचओ प्रदीप ने उसे भूना की तत्कालीन एसएचओ बिमला देवी के पास भेजा था, जिन्होंने उस पर दबाव बनाया था और मजबूरी में उसे लिखना पड़ा था कि वह पारिवारिक समस्या के चलते खुद दोनों के साथ गई थी।
पीड़िता ने 26 मई को हाई कोर्ट में दाखिल अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि सुभाष बराला के भाई के पोते विक्रम बराला और उसके भतीजे कुलदीप बराला उसे गाड़ी में उठाकर ले गए थे और उसके साथ दोनों ने रेप किया था। इसी याचिका के आधार पर हाई कोर्ट ने प्रदेश सरकार से 31 अगस्त तक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।
टोहाना के वरिष्ठ कांग्रेस नेता बबली देवेन्दा ने कहा है कि पीड़िता और उसके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए और उनकी गांव में वापसी सुनिश्चित की जाए। इस परिवार की सुरक्षा में किसी दूसरे राज्य या सेंट्रल सुरक्षा एजेंसी के जवान तैनात किए जाएं। आईएनएलडी के प्रदेश प्रवक्ता सरदार निशान सिंह ने भी पीड़ित लड़की को पुलिस सुरक्षा देने की मांग उठाई है।
उधर, सदर थाना के एसएचओ प्रदीप श्योरान ने पीड़िता के पुलिस पर आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उस समय पीड़िता ने कोर्ट में बयान दिए थे और मर्जी से जाने क़ी बात कही थी। ऐसे में मेरे और किसी अन्य पुलिस अधिकारी के दबाव क़ी बात कहां से आ गई विक्रम बराला और कुलदीप के खिलाफ किडनैपिंग का केस अभी भी स्टैंड कर रहा है। अगर पीड़िता कोई नया बयान देती है तो उसके मुताबिक आगामी कार्रवाई की जा सकती है।