ब्लू व्हेल गेम के प्रभाव में आकर छात्र के सुसाइड करने की कोशिश के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी किया है. शिक्षा विभाग छात्रों को ऑनलाइन गेम के साइड इफेक्ट से बचाने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाएगा. जानकारी के अनुसार, स्कूल शिक्षा विभाग ने सीबीएसई और सरकारी स्कूलों के प्राचार्यों को निर्देश देते हुए कहा कि है कि बच्चों को ऐसे गेम से दूर रहने की हिदायत दी जाए. साथ ही काउंसलरों की मदद से रोजाना काउंसलिंग के निर्देश दिए गए.
वहीं, पुलिस मुख्यालय ने ब्लू व्हेल गेम के चक्कर में सुसाइड की कोशिश करने के मामले में इंदौर डीआईजी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. इंदौर पुलिस की रिपोर्ट के अध्ययन करने के बाद पुलिस मुख्यालय कोई कदम उठाएगा. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में हाल ही में 14 वर्षीय एक लड़के ने ऑनलाइन गेम ब्लू व्हेल चैलेंज के अंतिम चरण को पूरा करने के लिए सातवीं मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली थी. अब मध्य प्रदेश के इंदौर शहर का एक छात्र भी इस जानलेवा गेम का शिकार होते-होते बचा.
सातवीं कक्षा का यह छात्र गेम की आखिरी स्टेज को पूरा करने के लिए स्कूल की तीसरी मंजिल से छलांग लगा रहा था, तभी उसे टीचर ने सुरक्षित बचा लिया. राजेंद्र नगर पुलिस के अनुसार, चमेली देवी स्कूल के सातवीं कक्षा का यह छात्र गुरुवार ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ के 50वें चरण को पूरा करने के लिए तीसरी मंजिल से नीचे कूद रहा था. ऐसा करने पर उसे दो करोड़ रुपए मिलने का दावा किया गया था.
क्या है ब्लू व्हेल चैलेंज गेम
यह गेम किशोरों को चैलेंज पूरा करने के लिए उकसाता है. गेम खेलने वाले को टास्क की सीरीज पूरी करनी होती है. अंत में जो मौत को गले लगाता है उसकी जीत होती है. इस सुसाइड गेम के कई नाम हैं. इनमें ‘अ साइलेंट हाउस’, ‘अ सी ऑफ व्हेल्स’ और ‘वेक अप मी एट 4.20 एम’ शामिल है. गेम के टास्क को 50 दिन में पूरा करना होता है.
‘सुसाइड गेम’ को लेकर वार्निंग जारी
‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ गेम ने दुनियाभर में तहलका मचाया हुआ है. यह गेम बच्चों को आत्महत्या के लिए उकसा रहा है. इसे खेलने वाले किशोर जीत के लिए मौत को गले लगा रहे हैं.रूस, अमेरिका और यूरोप में पुलिस ने इस ‘सुसाइड गेम’ को लेकर वार्निंग जारी की है. अभिभावकों को बच्चों पर नजर रखने की नसीहत दी जा रही है. सोशल मीडिया के जरिए जागरुकता फैलाई जा रही है.