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हेल्मेट न पहनने और सीटबेल्ट न बांधने से 2016 में रोज हुईं 4 मौतें

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भारतीय सड़कों पर रोजाना कई लोगों की मौतें वाहनचालक की लापरवाही की वजह से हो जाती हैं। साल 2016 में देश की सड़कों पर हर रोज औसतन दुपहिया वाहन चलाने वाले 28 लोगों की मौत की वजह हेल्मेट न पहनने और 15 की सीट बेल्ट न बांधने की वजह से हुई। यह चिंताजनक विश्लेषण ट्रांसपॉर्ट मिनिस्ट्री ने राज्यों द्वारा शेयर किए गए आंकड़ों के आधार पर जारी किया है।

सड़क हादसों की वजह से हुई मौतों के मामले में साल 2016 सबसे ज्यादा भयावह रहा। 2016 में प्रत्येक 100 सड़क हादसों में 31 मौतें हुईं, जबकि 2015 में यह आंकड़ा 29.1 था। 2005 में यह आंकड़ा 21.6 मौतें प्रति 100 ऐक्सिडेंट था।

यह पहली बार है जब पुलिस और ट्रांसपॉर्ट विभागों ने हेल्मेट न पहनने की वजह से हुई मौतों का रिकॉर्ड रखा। राज्यों से मिले आंकड़ों के मुताबिक हादसे का शिकार होने वाले हर 5 में से एक बाइकसवार की मौत की वजह हेल्मेट न पहनना होता है। इसमें यूपी सबसे आगे है। हेल्मेट न पहनने की वजह से जहां यूपी में 3,818 मौतें हुईं, वहीं तमिलनाडु में 1,946 और महाराष्ट्र में 1,113 मौतें हुईं। वहीं, 2016 में कार में बैठकर सीट बेल्ट न बांधने के कारण 5,638 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस मामले में भी 2,741 मौतों के आंकड़े के साथ यूपी सबसे आगे रहा।

बीते साल संयुक्त राष्ट ने एक अध्ययन किया था, जिसके मुताबिक हादसा होने पर हेल्मेट पहने बाइकसवार के जिंदा बचने के चांस 42 फीसदी तक बढ़ जाते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि हेल्मेट और सीट बेल्ट न पहनने के कारण हुी मौतों का आंकड़ा और ज्यादा हो सकता है क्योंकि संभव है प्राप्त आकड़े पूरे न हों।

आंकड़ों के मुताबिक, साल 2016 में कुल 1.51 लाख सड़क हादसे हुए। साल 2015 में यह आंकड़ा 1.46 लाख का था। इन हादसों में मरने वालों में 68 फीसदी लोग 18 से 45 वर्ष आयुवर्ग के थे। इस विषय पर चिंता जताते हुए पिछले साल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने स्थिति को ‘इमर्जेंसी’ बताया था।

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