तिरुवनंतपुरम के पास शुक्रवार को एक बड़ा रेल हादसा टल गया.चैन्ने जा रही एक ट्रेन का इंजन दुर्घटनावश इसके डिब्बों से अलग हो गया. हालांकि ऑटोमेटिक ब्रेक प्रणाली से डिब्बे रुक गये और कोई हताहत नहीं हुआ. यह हादसा त्रिवेंद्रम-चैन्ने मेल के साथ हुआ. आपको बता दें इससे पहले भी यह ट्रेन कई बार हादसे का शिकार हो चुकी है. रेलवे अधिकारियों ने इस घटना की जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में किसी कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और इस हादसे की जांच हो रही है. हालांकि इस हादसे की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी.
ड्राइवर ने दिखाई सूझबूझ
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि त्रिवेंद्रम-चैन्ने मेल के साथ हुए इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि सतर्क इंजन ड्राइवर ने डिब्बों के अलग होने का पता चलने के बाद तुरंत इंजन को रोक लिया. वहीं ऑटोमेटिक ब्रेक प्रणाली के खुद सक्रिय होने की वजह से डिब्बे रुक गये. ऑटोमेटिक ब्रेक सिस्टम की वजह से यह हादसा बड़े हादसे में नहीं बदला. वहीं इस हादसे पर कई यात्रियों ने नाराजगी जाहिर की. उनके अनुसार रेलवे को उनकी सेफ्टी की तरफ ध्यान देना चाहिए.
ऐसे हुई घटना
अधिकारियों के मुताबिक तिरुवनंतपुरम से दोपहर 2:50 बजे रवाना हुई ट्रेन सामान्य रफ्तार से चल रही थी. तिरुवनंतपुरम से करीब दस किलोमीटर दूर कोचुवेली और कझाकूटम स्टेशनों के बीच दुर्घटना घटी. इंजन को डिब्बों से जोड़ने के बाद करीब आधे घंटे की देरी से ट्रेन रवाना हुई। तिरुवनंतपुरम मंडल रेलवे प्रबंधक ने एक ट्वीट में कहा कि 12624 चैन्ने मेल इंजन अलग हो जाने की वजह से कोचुवेली में करीब 30 मिनट तक रुकी रही. इंजन जोड़ने के बाद दोपहर करीब 3:35 बजे ट्रेन को रवाना किया गया.
पहले भी हुए हादसे
इस ट्रेन के साथ यह कोई पहला हादसा नहीं है. 2016 में चैन्ने के पास अवादी में यह एक्सप्रेस ट़ेन अचानक पटरी से उतर गई थी. इस हादसे में 10 यात्री जख्मी हो गए थे. लोगों को पास के अस्पताल में पहुंचाया गया था. जानकारी के मुताबिक चैन्ने के पास अवादी अचानक त्रिवेंद्रम-चैन्ने मेल के दो डिब्बे पटरी से उतर गए थे.