उत्तर प्रदेश में एक ही हफ्ते में दूसरा रेल हादसा हुआ है। दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर औरैया के पास कैफियत एक्सप्रेस एक डंपर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दुर्घटना अछल्दा और पाता रेलवे स्टेशन के बीच हुई। इस दौरान 8 डिब्बे पटरी से उतर गए और इनमें से एक डिब्बा पलट गया।
हादसे में कुल 74 यात्री घायल हुए हैं, जिनमें से 4 की हालत गंभीर बताई गई है। इनमें से दो को इलाज के लिए इटावा और दो को सैफई भेजा गया है। बाकी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किसी यात्री की मौत की खबर नहीं है। ट्रेन के ड्राइवर आनंद कुमार को सिर पर चोट आई है। अन्य यात्रियों को बस से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा। मौके पर राहत कार्य तेजी से हो रहा।
बताया जा रहा है कि जो डंपर ट्रेन से टकराया, वह रेलवे के काम में ही लगा हुआ था। बालू से भरा यह डंपर ट्रैक पर पलट गया था, लेकिन इसकी सूचना रेलवे अधिकारियों को नहीं दी गई थी। डंपर पलटने के बाद उसका ड्राइवर वहां से फरार हो गया था।
रेलवे के किसी स्टाफ ने इसकी सुध नहीं ली। रात 2.40 बजे कैफियत एक्सप्रेस यहां से गुजरी और डंपर से टकरा गई। साफ है कि रेलवे की लापरवाही एक बार फिर हादसे की वजह बनी। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि वह घटना पर नजर बनाए हुए हैं। राहत बचाव के काम के लिए NDRF की एक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची है। रेलवे और प्रशासन के कई बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
बता दें कि शनिवार को पुरी से हरिद्वार जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस मुजफ्फरनगर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इसके बाद रेलमंत्री सुरेश प्रभु पर विपक्ष ने हमला किया और लापरवाही का आरोप लगाते हुए इस्तीफे की मांग की। इस दुर्घटना में 22 लोग मारे गए थे।
2017 में हुए रेल हादसे
21 जनवरी 2017: कुनेरू के पास जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 40 से ज्यादा की मौत, 68 घायल।
7 मार्च, 2017: एमपी के जबरी रेलवे स्टेशन के पास भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में बम फटा, 10 घायल।
30 मार्च, 2017: यूपी के महोबा में महाकौशल एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 50 से ज्यादा लोग घायल।
15 अप्रैल 2017: मेरठ-लखनऊ राज्यरानी एक्सप्रेस के 8 डिब्बे उत्तर प्रदेश में रामपुर के पास पटरी से उतरे, करीब 10 लोग घायल।