उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक हैरान करने वाला वाक्या सामने आया है. यहां के कुछ किसानों ने लगभग 250 आवारा जानवरों को गांव के एक प्राइमरी स्कूल में रखा हुआ है, जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. और बच्चे स्कूल नहीं आ पा रहे हैं. इन आवारा जानवरों में गाय, बैल आदि भी शामिल हैं.
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, ये किसान आवारा जानवरों की वजह से परेशान थे, उन्होंने इनके लिए शेल्टर की मांग भी की थी. लेकिन व्यवस्था ना होने कारण इन्होंने स्कूल को ही इस्तेमाल में ले लिया. अब स्कूल के बच्चों इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं है कि आखिर उनका स्कूल कब खुलेगा और कब पढ़ाई शुरू होगी. किसानों ने कहा कि जिले में कई आवारा जानवर घूमते हैं, जिनकी वजह से उनकी फसलों को काफी नुकसान होता है. हमने लगातार इसकी शिकायत की है, लेकिन किसी ने कोई एक्शन नहीं लिया.
इलाके के बेसिक शिक्षा अधिकारी बुद्धप्रिय सिंह के अनुसार, गुस्साए किसानों ने स्कूल को अपने कब्जे में कर लिया है, यही कारण है कि स्कूल नहीं चल पा रहा है. हमें सभी बच्चों को वापस भेजना पड़ रहा है. प्राइमरी स्कूल के शिक्षकों ने भी लोगों से जानवरों को बाहर निकालने की अपील की थी, लेकिन किसान नहीं मानें. जिसके बाद शिक्षकों ने बड़े अधिकारियों को सूचना दी.
एक स्थानीय किसान ने अखबार को बताया कि जब से बूचड़खाने बंद हुए हैं, तब से आवारा जानवरों की संख्या बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि गाय को बचाने के लिए यह अच्छा कदम है, लेकिन इनके लिए कोई व्यवस्था होनी चाहिए.