सोडोमी के बाद गला घोंटकर बच्चे को मार दिया था। आरोपी के खिलाफ पहले से एक बच्चे के यौन शोषण का केस दर्ज है। पुलिस जांच कर रही है कि आरोपी इससे पहले कितनी वारदातों को अंजाम दे चुका है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को पहचानने में खोजी कुत्ते का बड़ा रोल रहा।
नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के डीसीपी एके सिंघला के मुताबिक, आरोपी 40 वर्षीय रामनिवास है। करीब 15 दिन पहले बच्चे की डेडबॉडी नर्सरी में मिली थी। बच्चा प्राइमरी स्कूल में सेकंड क्लास में पढ़ता था। आरोपी घटनास्थल के पास मजदूरी करता था। बच्चे के पिता से उसका मिलना-जुलना था। नशे की हालत में उसने बच्चे के साथ कुकर्म किया था। पहचाने जाने के डर से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद डेडबॉडी को रेत में दबा दिया। फिर बच्चे के पिता के पास चला गया। उनके साथ बच्चे को खोजने का नाटक करने लगा।
उसी बीच लाश को रेत से निकालकर पास की नर्सरी में डाल दिया गया। जब परिवार ने पुलिस में केस दर्ज कराया, तब पकड़े जाने के डर से वह गायब हो गया। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की। एक अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग में काम करने वाले मजदूरों से पूछा गया तो पता चला कि एक मजदूर गायब है। उसकी पहचान बरेली निवासी रामनिवास (40) के तौर पर हुई। एक टीम को बरेली भेजा गया, जहां वह नहीं मिला। इस बीच पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने से शक और भी पुख्ता होता गया। पता चला कि उसके खिलाफ वेलकम में एक बच्चे से कुकर्म का मामला दर्ज है।
जिस दिन वारदात हुई थी, उस दिन पुलिस एक खोजी कुत्ते को भी लाई थी। पुलिस ने बच्चे के शव को डॉग को सुंघाया था, वहां रेत भी थी। डॉग वहां की सुगंध लेकर पास में ही एक कंस्ट्रक्शन साइट पर जाकर रुका था। इससे पता लग गया था कि आरोपी यहां तक आया था।
पहले भी कर चुका है चार बच्चों की हत्या
रामनिवास के लिए हर्ष विहार में 6 साल के बच्चे की हत्या करना कोई नई बात नहीं थी। इससे पहले भी वह चार बच्चों की हत्या कर चुका है। पुलिस के मुताबिक, यह बात आरोपी ने खुद पूछताछ में कबूली है। इसकी जांच की जा रही है कि कहीं यह सीरियल किलर तो नहीं।
आरोपी रामनिवास ने पूछताछ में खुलासा किया है कि करीब 9 साल पहले उसने तीन बच्चों को पुरानी दिल्ली के इलाकों से अगवा करके उनकी हत्या की थी। इसी तरह से उत्तर प्रदेश के भी एक बच्चे की हत्या की थी। यही नहीं, 2009 में उसने दिल्ली के वेलकम थाना इलाके से एक बच्चे को किडनैप किया था लेकिन किसी तरह से बच्चे की जान बच गई थी। इस मामले में वह तीन साल की सजा काटकर जेल से बाहर आया था। आरोपी ने यह भी बताया है कि उसका जेल में इलाज भी किया गया था। पुलिस को यह भी पता लगा है कि शादी के एक साल बाद ही उसकी पत्नी इसे छोड़कर चली गई थी। इसकी वजह संभवत: उसकी इस तरह की गलत हरकतें ही रही होंगी, जिसका पता उसकी पत्नी को लग गया होगा और वह उसे छोड़कर चली गई।