रेलवे स्टेशनों पर जल्द ही 1 रुपये में इलाज की सुविधा बंद हो सकती है। इस बारे में 1 रुपी क्लिनिक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डॉ. राहुल घुले ने रेलवे को एक पत्र लिखकर सूचित किया है। उन्होंने शिकायत की है कि रेलवे ने क्लिनिक को अभी तक 11 स्टेशनों पर स्थान नहीं दिया है, जबकि इसके लिए डिपॉजिट दिया जा चुका है।
ऐसे में वन रुपी ने अपनी सेवाएं बंद करने का फैसला किया है। तीन दिन के अंदर यह सेवा बंद कर दी जाएगी। क्लिनिक का दावा है कि मरीजों को बगैर किसी दिक्कत के उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जबकि उपचार संबंधित एक भी शिकायत क्लिनिक या रेलवे को नहीं मिली है।
बता दें कि इसी साल मैजिक दिल और सेंट्रल रेलवे के आपसी सहयोग से सेंट्रल और हार्बर लाइन के 8 स्टेशनों पर 1 रुपी क्लिनिक की शुरुआत की गई थी। इसका उद्घाटन तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने किया था। इसकी शुरुआत 10 मई को घाटकोपर स्टेशन से हुई थी। चरणबद्ध तरीके से इसे 19 स्टेशनों पर शुरू किया जाना था।
डॉ. राहुल घुले का कहना है कि रेलवे ने उनसे 19 स्टेशनों के लिए 19 लाख रुपये डिपॉजिट के रूप में ले लिए। फिर भी अभी तक केवल 8 स्टेशनों पर क्लिनिक शुरू करने के लिए जगह मुहैया कराई गई। अभी दादर, कुर्ला, घाटकोपर, ठाणे, मुलुंड, वाडाला रोड, वाशी और मानखुर्द स्टेशनों पर वन रुपी क्लिनिक पर सेवाएं दी जा रही हैं।
स्लम एरियाज में शिफ्ट होंगे क्लिनिक्स
सूत्रों की मानें तो जल्द ही वन रुपी क्लिनिक की शुरुआत स्लम इलाकों में होने जा रहा है। इसके लिए फिलहाल 4 जगहों को चुना गया है। मिली जानकारी के मुताबिक रमाबाई आंबेडकर नगर, धारावी, बेहरामपाड़ा और कुरार विलेज में इसकी शुरुआत की जाएगी। विशेषज्ञों की मानें, तो सरकारी अस्पतालों में लंबी कतार और प्राइवेट में लगने वाले अधिक शुल्क के बीच का विकल्प बना वन रुपी क्लिनिक से आम लोगों को काफी मदद मिल रही थी। रेलवे और मैजिक दिल के आपसी तकरार के चलते बंद क्लिनिक का बंद होना वाकई दुखद है।