जीडीपी की सुस्त रफ्तार को लेकर घिरी सरकार के लिए विश्वबैंक की ताजा टिप्पणी राहत लेकर आई है। विश्वबैंक के भारत प्रमुख जुनैद अहमद ने जीएसटी को देश की कराधान नीति में संरचनात्मक बदलाव करार देते हुए कहा कि इससे 8 फीसदी से अधिक की वृद्धि की संभावना मजबूत हुई है। भारत की वृद्धि दर 2016-17 में 7.1 प्रतिशत और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 5.7 प्रतिशत थी।
अहमद ने एक उद्योग के कार्यक्रम में कहा, ‘भारत आज संभवत: 8 फीसदी से अधिक वृद्धि दर हासिल करने की कगार पर है…क्योंकि भारत ने देश को एक बाजार में बदलने का बहुत साहसिक कदम उठाया। इसीलिए जीएसटी का लागू होना एक संरचनात्मक बदलाव है।’ यहां उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) कुशल तरीके से क्रियान्वित होता है, वृद्धि को काफी गति मिलेगी।
उन्होंने कहा कि भारत का इकॉनमिक कॉरिडोर बदलेगा और इसके लिए ट्रांसपोर्टेशन में भी बदलाव की जरूरत है। जुनैद अहमद ने कहा, ‘एक बाजार के रूप में जीएसटी जो दे सकता है, उसके लिए आपको (भारत) ट्रांसपोर्ट सिस्टम चाहिए।’ उन्होंने कहा कि यदि जीएसटी को ठीक से लागू किया गया तो वस्तुओं के आतंरिक आवाजाही से ग्रोथ को काफी बल मिलेगा। वृद्धि इस बात पर भी निर्भर होगी कि देश लौजिस्टिक्स में किस तरह निवेश करता है।
अहमद ने कहा, ‘भारत के स्थानीय बाजारों का ठीक से एकीकरण कर दिया जाए तो अगले 5-8 सालों में यह ग्लोबल एकीकरण पर भारी पड़ेगा। वास्तव में बंदरगाहों से जुड़ा आंतरिक एकीकरण भारत के ग्रोथ की प्रकृति को बदल सकता है।’ हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि भारत के लिए जीवन के हर क्षेत्र में हाई प्रफेशनल सर्विस मेकनिज़म की जरूरत है, चाहे वह बिजली, पानी, रेलवे और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट हो।
जीडीपी के आंकड़ों पर घिरी सरकार
देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की पहली अप्रैल-जून की तिमाही में घटकर 5.7 प्रतिशत पर आ गई है। यह इसका तीन साल का निचला स्तर है। यह लगातार दूसरी तिमाही है जबकि भारत की जीडीपी ग्रोथ चीन से पीछे रही है। 2016-17 की पहली तिमाही की संशोधित वृद्धि दर 7.9 प्रतिशत थी। इससे पहले जनवरी-मार्च, 2014 में जीडीपी की वृद्धि दर 4.6 प्रतिशत दर्ज हुई थी। जीडीपी के ताजा आंकड़ों के बाद सरकार विपक्ष के निशाने पर है। एक दिन पहले ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सरकार पर निशाना साधा था।