एलफिंस्टन स्टेशन पर हुई भगदड़ की एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया है कि भीड़ में से कोई चिल्लाया था ‘फूल गिर गया’ जिसे लोगों ने सुना ‘पुल गिर गया’ और यह हादसा हो गया। शिल्पा विश्वकर्मा उस दिन एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर थीं। उन्होंने रेलवे के जांच पैनल को बताया कि भारी भीड़ के बीच एक फूलवाला सीढ़ियों पर फिसल गया था। गिरते ही वह चिल्ला पड़ा, ‘फूल गिर गया’। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने सुना ‘पुल गिर गया’ और उन्हें लगा कि जिस पुल पर वह खड़े हैं वह गिर गया।
इसके बाद मची भगदड़ में शिल्पा खुद भी नीचे गिर गईं। उन्हें भी कुछ लोगों ने कुचला लेकिन एक आदमी ने उन्हें भीड़ से खींच कर बचा लिया। हालांकि, वह आदमी खुद को बचा नहीं सका और मारा गया। शिल्पा को हाथ, पैर, पीठ और पेट पर चोटें आईं। उन्हें केईएम अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन शाम को डिस्चार्ज कर दिया गया।
वेस्टर्न रेलवे के मुख्य सुरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में 3 सदस्यीय जांच दल ने सोमवार से जांच शुरू की। हादसे से बचकर निकलने वालों में से अकेले शिल्पा पहले दिन दल के सामने उपस्थित हुईं। उनके अलावा रेलवे अधिकारी भी बयान दर्ज कराने पहुंचे। रेलवे अधिकारियों को दल ने अस्पताल जाकर पीड़ितों के बयान दर्ज कराने को कहा है।
हादसे को बयान करते हुए शिल्पा ने बताया, ‘मैं सीढ़ियों के बीच में थी। ऊपर से भी दबाव आ रहा था और नीचे से भी। बारिश हो रही थी और लोग स्टेशन से बाहर नहीं जा रहे थे। लोग नवरात्र के लिए तैयार होकर आए थे और वह भीगना नहीं चाहते थे।’
दादर पुलिस ने मामले में 20 प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए हैं। उसमें से 4 ने शिल्पा की बात को सही माना। पुलिस और लोगों का बयान लेकर नतीजे पर पहुंचने की बात कह रही है। पुलिस यात्रियों द्वारा लिए गए विडियो की भी जांच कर रही है।