नई दिल्ली
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात यात्रा के दौरान संघ में महिलाओं की भागीदारी पर सवाल उठाए थे। राहुल ने कहा था, ‘क्या शाखा में आपने महिलाओं को खाकी शॉर्ट्स में देखा है?’ कांग्रेस उपाध्यक्ष का इस बयान को गुजरात विधानसभा चुनावों में बीजेपी महिलाओं के सम्मान से जोड़कर मुद्दा बना सकती है। बीजेपी की आक्रामक रणनीति से कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो सकता है।
अभी तक इस कॉमेंट पर बीजेपी क्या रणनीति बनाएगी यह स्पष्ट नहीं हो सका है। कांग्रेस सूत्रों ने हमारे सहयोगी अखबार मुंबई मिरर को बताया है कि पार्टी राहुल गांधी के शॉर्ट्स वाले बयान को लेकर थोड़ी चिंतित जरूर है। आरएसएस ने जरूर कांग्रेस उपाध्यक्ष के बयान पर तीखा हमला बोला है। संघ ने राहुल गांधी के बयान को बेतुका बताते हुए मजबूती से अपना पक्ष रखा है। संघ की दो-टूक राय है कि निकट भविष्य में महिलाओं के लिए अलग से शाखा लगाने की कोई योजना संघ परिवार की नहीं है।
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी गुजरात में अपना वनवास खत्म कर सत्ता में वापसी के लिए पूरा जोर लगा रही है। कांग्रेस के कुछ सूत्रों ने हमारे सहयोगी अखबार को बताया कि राहुल के शाखा में शॉर्ट्स वाला बयान शायद एक बड़ी गलती है। हो सकता है कि इससे महिलाओं को ही आपत्ति हो। एक वरिष्ठ पार्टी नेता ने कहा, ‘यह एक बड़ी गलती है। हमें इस गलती से बाहर निकलना ही होगा।’
गुजरात के एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा, ‘कांग्रेस उपाध्यक्ष के बयान पर पार्टी अपनी आपत्ति दर्ज कर रही है। राहुल गांधी के बेतुके बयान पर आनंदीबेन पटेल ने त्वरित प्रतिक्रिया दी। सार्वजनिक रूप से आनंदीबेन पटेल ने 75 की उम्र पार कर लेने के कारण चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया था। इसके बाद भी उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष के बयान की आलोचना की।’
कांग्रेस के पूर्व सांसद सत्यजीत गायकवाड़ ने भी माना कि पार्टी के लिए यह बयान एक असहज स्थिति पैदा कर चुका है। उन्होंने कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि आरएसएस में महिलाओं की भागीदारी नहीं है। आरएसएस प्रचारक आम तौर पर अविवाहित पुरुष ही होते हैं जो संघ के प्रचार कार्य के लिए परिवारों के संपर्क में रहते हैं।’ आरएसएस के प्रवक्ता मनमोहन वैद्य ने इस बयान के बाद लगातार कई ट्वीट कर किया, ‘कुछ मीडिया समूहों की तरफ से ऐसी भ्रामक सामग्री प्रचारित की जा रही है कि संघ की शाखाओं में जल्द ही महिलाओं का प्रवेश होगा।’