नई दिल्ली
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में मेट्रो के बढ़े किराये के खिलाफ लोगों में बहुत ज्यादा गुस्सा है और जनता नाराज है। दिल्ली सरकार ने किराया कम करने को लेकर केंद्र के पास लेटर भेजे और कई सुझाव दिए लेकिन केंद्र सरकार अड़ी हुई है और किराया कम नहीं कर रही है। गूगल हैंगआउट प्रोग्राम में जनता से संवाद करते हुए केजरीवाल ने कहा कि मेट्रो किराया कम करवाने के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा।
केजरीवाल ने कहा कि मेट्रो मुनाफा कमाने के लिए नहीं बनाई गई थी। मेट्रो इसलिए बनाई गई थी कि जनता को बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम मिले और सड़कों पर भीड़ कम हो। लोग सुरक्षित सफर कर सकें लेकिन किराया इतना बढ़ा दिया है कि मेट्रो में सफर करना मुश्किल हो रहा है।
दिल्ली के सीएम ने कहा कि लोअर मिडिल क्लास को खासी मुश्किल हो रही है। केंद्र कह रहा है कि मेट्रो को घाटा हो जाएगा, लेकिन मेट्रो को कभी मुनाफा कमाने के लिए थोड़ी बनाया गया था। अगर थोड़ा घाटा है तो केंद्र और दिल्ली सरकार मिलकर आधा-आधा घाटा सह सकते हैं, लेकिन केंद्र इस पर भी राजी नहीं हो रहा है। केजरीवाल ने लोगों से कहा कि वह किराया बढ़ोतरी को वापस लेने के लिए संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘लोग मुझसे यही कहते हैं कि मैं लड़ता बहुत हूं। आम लोगों के हितों के लिए लड़ता रहूंगा।’
केजरीवाल ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी से छोटे- छोटे बिजनस खत्म हो गए हैं, लोगों से नौकरियां छिन रही हैं और बेरोजगारी बढ़ रही है। जीएसटी को लेकर बहुत दुविधा है। लोग कह रहे हैं कि अपना काम करें या फिर जीएसटी के रिटर्न भरते रहें। जीएसटी और नोटबंदी से बवाना, वजीरपुर समेत कई इंडस्ट्रियल एरिया में 25 पर्सेंट तक रोजगार कम हो गए हैं। व्यापारी और मजदूर सभी परेशान हैं। केंद्र को इस बारे में तुरंत कुछ करना होगा। बेरोजगारी के चलते कानून- व्यवस्था की स्थिति की भी समस्या पैदा होती है।