अहमदाबाद
गुजरात में पाटीदार आंदोलन के नेता और हार्दिक पटेल के सहयोगी नरेंद्र पटेल ने दावा किया है कि बीजेपी ने उन्हें अपने पाले में शामिल करने के लिए एक करोड़ रुपये देने का ऑफर दिया था। रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नरेंद्र पटेल ने मीडिया को 10 लाख रुपये कैश भी दिखाए जो कथित रूप से वरुण पेटल ने उन्हें दिए थे। वरुण पटेल हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए हैं। हालांकि बीजेपी ने नरेंद्र के आरोपों को खारिज कर दिया है। इस बीच बीजेपी में शामिल हो चुके और पाटीदार आंदोलन के अगुआ हार्दिक पटेल के करीबी रहे निखिल सवानी ने आज एक बड़ा खुलासे का दावा किया है। सवानी का यह खुलासा किस मसले पर होगा अभी इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
नरेंद्र पटेल ने कहा, ‘वरुण पेटल मुझे गांधीनगर ले गया। इसके बाद हमलोग श्री कमलम (बीजेपी दफ्तर) पहुंचे। वहां उसने मुझे गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष जीतूभाई वघानी और अन्य मंत्रियों से मुलाकात कराई। वह मुझे एक कमरे में ले गया और बतौर टोकन 10 लाख रुपये दिए। वरुण ने मुझसे वादा किया कि वह अगले दिन बीजेपी के एक कार्यक्रम में 90 लाख रुपये देगा, बस मुझे उस फंक्शन के दौरान शिरकत करनी है।’
हालांकि वरुण पटेल ने नरेंद्र पटेल के इस आरोप को पूरी तरह खारिज कर दिया है। वरुण ने तंज कसते हुए कहा, ’10 लाख रुपये लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, उन्हें तो एक करोड़ रुपये लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए थी। क्यों 10 लाख रुपये लेकर की? सच्चाई यह है कि पाटीदार समाज एक बार फिर से बीजेपी से जुड़ रहा है। पटेलों के हित के लिए ही मैं भी जुड़ा। कांग्रेस पार्टी यह खेल कर रही है।’
वहीं बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाने के दौरान नरेंद्र ने कहा, ‘वह मुझसे एक करोड़ रुपये में डील कर रहे थे। एक करोड़? यदि वह मुझे पूरा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) भी दे दें तो मैं नहीं बिकूंगा। भले ही मेरी मौत हो जाए, मैं अपने समुदाय के हक के लिए लड़ता रहूंगा। यह पैसा मुझे नहीं चाहिए। मैं सिर्फ पाटीदार समाज के लिए आंदोलन में आया हूं। यह 10 लाख रुपये मेहनत का पैसा नहीं है, भ्रष्टाचार का पैसा है। मैं मेहसाणा का बेटा हूं, पैसा वापस करूंगा।’
गौरतलब है कि उत्तरी गुजरात में नरेंद्र पटेल पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) के संयोजक हैं। पिछले महीने ही नरेंद्र पटेल ने हार्दिक पटेल और तीन अन्य समर्थकों के खिलाफ उत्तरी गुजरात में पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि बाद में नरेंद्र ने यह शिकायत वापस ले ली थी। उधर हार्दिक के करीबी रहे सवानी आज सुबह साढ़े 9 बजे एक बड़ा खुलासा करने वाले हैं। आरक्षण आंदोलन समिति में सूरत के संयोजक रहे सवानी 15 दिन पहले बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।