नई दिल्ली
दिल्ली की हवा में कोई सुधार नहीं हुआ है। संडे को भी पल्यूशन का स्तर बेहद खराब कैटिगरी में ही दर्ज हुआ। कुछ जगहों पर स्थिति काफी खराब है। सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 305 है। दिल्ली का एयर इंडेक्स 309 है। आनंद विहार सबसे अधिक प्रदूषित है, जहां एयर इंडेक्स अब भी 440 पर है, जबकि आईटीओ का एयर इंडेक्स 358, नोएडा का 357, आरके पुरम का 344, मंदिर मार्ग का 342 चल रहा है। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में एयर इंडेक्स 300 से ज्यादा है। यह रोजाना 50 सिगरेट का धुआं शरीर में जाने के बराबर है।
इस बीच SAFAR ने सलाह दी है कि लोग जितना कम से कम हो सके, घरों से बाहर निकलें। बाहर जाना जरूरी हो तो अच्छी क्वॉलिटी का मास्क पहनकर जाएं। घरों के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखने की अडवाइजरी भी जारी की गई है। पल्यूशन के कारण संडे होने के बावजूद लोग बाजार और पार्क जाने से बचते दिखाई दिए। कई लोगों ने कहा कि उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है।
इस समय पीएम 2.5, पीएम 10 से अधिक दर्ज हो रहा है। यह इसलिए खतरनाक है कि पीएम 2.5 सीधे फेफड़ों तक पहुंच जाता है और उसे नुकसान पहुंचाता है। इस समय सबसे अधिक प्रदूषण रात 10 बजे से सुबह 9 बजे तक दर्ज होता है। इसकी वजह तापमान में गिरावट, ट्रकों की दिल्ली में एंट्री और सड़कों पर उड़ती धूल है। गौरतलब है कि शनिवार रात दिल्ली का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 392 तक पहुंच गया था।
दो दिन में सामान्य होंगे हालात
स्काईमेट के अनुसार, दिल्ली में ज्यादातर जगहों पर एयर इंडेक्स बेहद खराब की स्थिति में है। अहम यह है कि हवा की गति भी इस समय दिल्ली में कम हो गई है। शनिवार शाम को हवा की रफ्तार में कुछ तेजी आई थी। रविवार को यह फिर धीमी हो गई। सीपीसीबी के डॉ. डी साहा के अनुसार, स्थिति सामान्य होने में अभी दो दिन और लगेंगे। 23 अक्टूबर से हवा की रफ्तार बढ़ने की उम्मीद है।