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पद्मावती: भंसाली के सिर पर पांच करोड़ का इनाम, 1 दिसंबर को भारत बंद

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संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती की प्रस्तावित रिलीज डेट नजदीक आते ही विवाद चरम पर पहुंचता जा रहा है. सिनेमाघर जलाने, जान से मारने और हिंसा फैलाने की धमकी दी जा रही है. यूपी सरकार ने भी विवाद को लेकर कहा कि लोगों के गुस्से को देखते हुए निकाय चुनाव के मद्देनजर यूपी में फिल्म रिलीज होने से अशांति फ़ैल सकती है. इस बीच मेरठ में एक राजपूत नेता ने संजय लीला भंसाली के खिलाफ फरमान जारी किया. उसने कहा है कि जो भंसाली का सिर काट कर लाएगा उसे पांच करोड़ इनाम मिलेगा.ये फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होनी है.

अब तक क्या-क्या हुआ?
1 दिसंबर को भारत बंद : श्री राजपूत करणी सेना के लोकेन्द्र सिंह ने कहा, यदि 1 दिसंबर को पद्मावती रिलीज की जाएगी तो राजपूत संगठन भारत बंद का आयोजन करेंगे. रिलीज के दिन हम देशभर में रैलियां करेंगे.

यूपी में फिल्म शांति व्यवस्था के लिए खतरा : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शांति व्यवस्था बिगड़ने का हवाला देकर 1 दिसंबर को फिल्म रिलीज न करने की मांग की है. योगी ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर कहा, राज्‍य में स्‍थानीय निकाय चुनाव तथा बारावफात को देखते हुए फिल्‍म का रिलीज होना शांति व्‍यवस्‍था के हित में नहीं होगा. यूपी में निकाय चुनाव के लिए मतों की गिनती भी एक दिसंबर को ही होनी है.

बनाए क़ानून : मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य लक्ष्यराज सिंह ने कहा, भारत सरकार को ऐसा क़ानून बनाना चाहिए ताकि भविष्य में फिल्म बनाने के नाम पर इतिहास के साथ छेड़छाड़ न की जाए.

भंसाली के खिलाफ केस :यूपी के महाराजगंज में भंसाली के खिलाफ ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ के आरोप को लेकर केस दर्ज किया गया है. जबकि राजस्थान में एक मंत्री किरण माहेश्वरी ने भी पद्मावती का विरोध किया है. राजस्थान महिला आयोग ने भी सेंसर बोर्ड को चिट्ठी लिख है.

दीपिका नाचने वाली, जला देंगे सिनेमाघर : करणी सेना के चीफ ने कहा, ‘दीपिका पादुकोण एक नाचने वाली है. फिल्म में राजपूत रानी की गलत छवि पेश की गई है. अगर फिल्म रिलीज हुई तो हम सिनेमाघर जला देंगे.’ ‘हम यह फिल्म नहीं देखना चाहते. किसने कहा कि हमें ये फिल्म देखनी है. भंसाली ने 3 मिनट का ट्रेलर जारी किया है. क्या हिंदुस्तान उसके बाप का है. हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे. हम हमारी जान दे देंगे.’ उन्होंने कहा, जब तक फिल्म पूरी तरह से बैन नहीं हो जाती हम अपना विरोध जारी रखेंगे. यह हमारे राजपूत समाज की बेइज्जती है. इस फिल्म को दिखाने की कोई जरूरत नहीं है.’

पद्मावती पर करण जौहर, ‘मेरा चुप रहना ही ठीक’: करण जौहर ने भी पद्मावती का समर्थन किया है. हालांकि उन्होंने विवाद ज्यादा कुछ नहीं बोला. करण ने कहा, ‘मैं पद्मावती जैसे विवादित मामले पर बयान नहीं देना चाहता. इस पर मेरे कुछ भी बोलने से और बखेड़ा खड़ा हो सकता है.’

एमएनएस का सपोर्ट: राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने फिल्म का सपोर्ट करते हुए एक बयान में कहा कि फिल्म देखे बिना पद्मावती का विरोध करना गलत है. सूत्रों के मुताबिक जल्द ही एमएनएस पार्टी के अधि‍कारी फिल्म के रिलीज को लेकर उठे मुद्दे को लेकर संजय लीला भंसाली से बात कर सकते हैं.

विरोध की तारीख खिसकाई: संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ के समर्थन में मुंबई के गोरेगांव स्थित फ़िल्मसिटी में 16 नवंबर को प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन की तारीख को खिसका दिया गया है. इंडियन फ़िल्म एंड टेलेविज़न एसोसिएशन अब 23 नवंबर को शाम 4 बजे से 4.15 के बीच 15 मिनट के लिए विरोध करेगा. इस दौरान पूरी तरह से शूटिंग रोक दी जाएगी और हर सेट पर लाइट्स बंद कर पद्मावती का समर्थन किया जाएगा.

हर हाल में रिलीज होगी फिल्म : दीपिका ने कहा, ‘एक महिला के रूप में मैं इस फिल्म का हिस्सा बनकर और इस कहानी को दुनिया को बताने के लिहाज से बेहद गर्व महसूस कर रही हूं. ये एक ऐसी कहानी है जिसे जरूर बताया जाना चाहिए.’ दीपिका ने सवाल किया, ‘हम एक राष्ट्र के रूप में कहां पहुंच गए हैं? ये डरावना है, ये बहुत डरावना है, हम आगे बढ़ने के बदले पीछे जा रहे हैं. हमारी अगर किसी को जवाबदेही है तो वह सिर्फ सेंसर बोर्ड को है और मैं जानती हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि इस फिल्म को रिलीज होने से कोई नहीं रोक सकता. ये सिर्फ पद्मावती से सं‍बंधि‍त नहीं हैं बल्कि हम एक बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं.’

बीजेपी ने लिखी थी चिट्ठी : गुजरात के प्रदेश उपाध्यक्ष आईके जडेजा ने सेंसर बोर्ड, केंद्र सरकार और निर्वाचन आयोग से फिल्म की रिलीज का विरोध किया था. जडेजा ने कहा था, गुजरात के 15-16 जिलों के राजपूत समाज ने पार्टी से इस फिल्म को बैन कराए जाने की मांग की थी. बीजेपी ने चुनाव आयोग, केंद्र सरकार और सेंसर बोर्ड को चिट्ठी भी लिखी. कहा कि यह फिल्म क्षत्रीय समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती है. लिहाजा फिल्म को रिलीज से पहले पार्टी के राजपूत प्रतिनिधियों को दिखाया जाना चाहिए. पार्टी की दलील है कि ऐसा करने से रिलीज के वक्त फिल्म के लिए सहूलियत रहेगी और किसी भी तरह की तनावपूर्ण परिस्थितियों से बचा जा सकेगा. निर्वाचन आयोग ने बीजेपी की मांग को ठुकरा दिया.

अलाउद्दीन व्यभिचारी हमलावर: फिल्म का विरोध सिर्फ बीजेपी ही नहीं कांग्रेस और दूसरे दलों ने भी की है. केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने अलाउद्दीन को व्यभिचारी हमलावर कहा. साक्षी ने हिंदू विरोधी फिल्म कहा. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और राजपूत नेता शंकर सिंह वाघेला ने भी फिल्म की रिलीज का विरोध किया है.

फिल्म के बजट की जांच हो: बीजेपी सांसद सुब्रमण्यण स्वामी ने कहा कि फिल्म के बजट की जांच होनी चाहिए. यह पता करना चाहिए कि फिल्म में आखिर किसने पैसा लगाया है.

भंसाली के साथ हाथापाई: फिल्म में पद्मावती का रोल दीपिका पादुकोण कर रही हैं. जबकि अलाउद्दीन खिलजी के किरदार में रणवीर सिंह हैं. करणी सेना फिल्म की शूटिंग के दौरान से ही इसका विरोध कर रही है. राजस्थान में शूटिंग के वक्त तोड़फोड़ की घटना हुई थी. करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ हाथापाई भी की थी.

सफाई दे चुके हैं भंसाली : बता दें कि पद्मावती में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मिनी के बीच ड्रीम सीक्वेंस को लेकर विवाद था जिस पर मेकर्स की ओर से सफाई आ चुकी है. भंसाली ने हाल ही में सोशल मीडिया में एक बार फिर कहा कि फिल्म में इस तरह का कोई सीक्वेंस नहीं है. ये फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होनी है.

क्यों है विवाद ?
कई बातों को लेकर विवाद है. आरोपों के मुताबिक़ फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी को महिमामंडित किया गया है. खिलजी और रानी पद्मिनी के बीच ड्रीम सीक्वेंस फिल्माया गया है. रानी पद्मावती को उस तरह दिखाया गया जैसा राजपूत या राजपरिवारों में नहीं होता. घूमर डांस में भी राजपूत समाज की गलत प्रस्तुति हुई. कहा जा रहा कि पुरुषों के सामने रानियां डांस नहीं करती.

ये फिल्म सात सौ साल पहले की एक कहानी पर बन रही है. हिंदी कवि मालिक मोहम्मद जायसी ने पद्मावत लिखी थी. इसमें रानी पद्मिनी और खिलजी का जिक्र है. कुछ लोग गल्प मानते हैं तो वहीं कई लोग इसे ऐतिहासिक कहानी बताते हैं. कहा जाता है कि खिलजी रानी पद्मिनी को लेकर आशक्त था. उसने मेवाड़ पर हमला कर दिया था. रानी पद्मिनी ने 16 हजार राजपूत महिलाओं के साथ जौहर कर लिया था.

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