संयुक्त राष्ट्र
भारत के दलवीर भंडारी इंटरनैशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के जज के तौर पर दोबारा चुन लिए गए हैं। जज की आखिरी सीट के लिए भंडारी और ब्रिटेन के दावेदार के बीच मुकाबला था लेकिन आखिरी क्षणों में ब्रिटेन ने अपने उम्मीदवार को चुनाव से हटा लिया।
न्यू यॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में हुए चुनाव में भंडारी को महासभा में 193 में से 183 वोट मिले जबकि सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्यों का मत मिला। इससे पहले नाटकीय घटनाक्रम में ब्रिटेन ने चुनाव से ठीक पहले अपनी दावेदारी वापस ले ली, जिसके बाद भंडारी के दोबारा चुने जाने का रास्ता साफ हो गया।
पहले माना जा रहा था कि सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य- अमेरिका, रूस, फ्रांस और चीन ब्रिटिश दावेदार ग्रीनवुड का समर्थन कर सकते हैं। ब्रिटेन सुरक्षा परिषद का पांचवां स्थायी सदस्य है। लेकिन 12वें और आखिरी राउंड के चुनाव से ठीक पहले संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन के स्थायी प्रतिनिधि मैथ्यू राइक्रॉफ्ट ने महासभा और सुरक्षा परिषद के प्रमुखों को खत लिखकर ग्रीनवुड के चुनाव से हटने से जुड़ी जानकारी दी।
राइक्रॉफ्ट ने अपने खत में लिखा कि क्रिस्टोफर ग्रीनवुड ने 15 सदस्यीय ICJ के चुनाव से हटने का फैसला किया है। ग्रीनवुड भी भंडारी के साथ 9 साल के कार्यकाल के लिए दोबारा चुने जाने की उम्मीद कर रहें थे।
इससे पहले 11 दौर के चुनाव में भंडारी को महासभा के करीब दो तिहाई सदस्यों का समर्थन मिला था, लेकिन सुरक्षा परिषद में वह ग्रीनवुड के मुकाबले 3 मतों से पीछे थे। अंतरराष्ट्रीय अदालत में जज के तौर पर भंडारी का चुना जाना भारत की बड़ी कामयाबी है