खंडवा
जिले के हरसूद ग्राम पंचायत के मांडला गांव में एक दिव्यांग किसान ने खेत में जहर पी लिया। वह इस बात से परेशान था कि उसके लगातार आवेदनों के बावजूद उसके खेत में डीपी नहीं लगाई जा रही है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। बताया गया है कि इस किसान का नाम शिवकुमार है। वह पैरों से लाचार है।
परिजनों के अनुसार शिवकुमार बीते काफी समय से जिला प्रशासन से गुहार लगा रहा था कि उसके खेत पर डीपी लगाई जाए। उसने इसके लिए विद्युत विभाग को कई बार आवेदन दिया, लेकिन मामला जस का तस रहा। परेशान होकर किसान ने आत्महत्या की कोशिश की और अपने ही खेत में कीटनाशक दवा पी ली। शिवकुमार को गंभीर अवस्था में जिला चिकित्सालय में लाया गया, जहां उसका उपचार जारी है।
शिवकुमार के बडे भाई ने संवाददाता को बताया कि डीपी लगाने के लिए उसने बड़ी रकम बिजली विभाग के अफसरों को दी। कई बार अफसर वहां आए और जल्दी ही उसका काम पूरा करने का आश्वासन देकर लौट गए। लेकिन डीपी अब तक नहीं लगी है। भाई ने बताया कि क्योंकि खेत में फसल लगाई जा चुकी है, ऐसे में पर्याप्त सिंचाई न होने से उसके खराब होने का खतरा बना हुआ है। इसे लेकर शिवकुमार बीते कई दिनों से तनाव में चल रहा है।
परिजनों के अनुसार शिवकुमार ने काफी पैसा कर्ज पर लेकर खेत में गेहूं, चना और अरबी की फसल लगाई है। उन्होंने कहा, डीपी के चलते यदि पानी नहीं मिला तो फसलें तो बर्बाद होंगी साथ ही हमारा पूरा परिवार कर्ज में डूब के मर जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि डीपी लगवाने के नाम पर विद्युत विभाग के अधिकारी बड़ी रकम चाहते हैं।