श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर में सेना और स्थानीय पुलिस को आतंकियों के खिलाफ अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। काजीगुंड में मुठभेड़ के दौरान सेना, एसओजी और सीआरपीएफ ने संयुक्त ऑपरेशन में तीन आतंकियों को मार गिराया है। इन आतंकियों की पहचान फुरकान, यावर बसीर और अबु माविया के रूप में हुई है। फुरकान लश्कर का डिविजनल कमांडर था। वहीं यावर बसीर स्थानीय आतंकी और अबु माविया को पाकिस्तानी आतंकी बताया जा रहा है।
डीजीपी एसपी वैद का कहना है कि फुरकान, बसीर और अबु माविया अमरनाथ हमले में शामिल थे। मुठभेड़ के दौरान एक आतंकी भाग गया था, जिसे बाद में अनंतनाग जिले में पुलिस ने पकड़ लिया। इधर, तीन आतंकियों के मारे जाने के बाद अनंतनाग में 3जी और 2जी सेवाएं बंद की गई हैं।
इसी साल जुलाई में अनंतनाग जिले के बानटिंगू में दो अलग-अलग जगहों पर तीर्थयात्रियों और उनकी सुरक्षा में लगे पुलिस दल पर आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले में आठ लोगों की मौत हो गई थी और 19 लोग जख्मी हो गए थे।
एके-47 राइफल भी बरामद
अधिकारियों का कहना है कि फुरकान लश्कर का डिविजनल कमांडर था और पाकिस्तान का रहने वाला था। फुरकान को पूर्व कमांडर अबु इस्माइल के मारे जाने के बाद लश्कर की कमान सौंपी गई थी। मारे गए आतंकियों के पास से एके-47 राइफल समेत अन्य सामान भी बरामद हुआ है।आतंकियों से मुठभेड़ की इस कार्रवाई के दौरान काजीगुंड में भारी सुरक्षाबलों की तैनाती की गई थी। मुठभेड़ के दौरान जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई।
इससे पहले आतंकियों ने सोमवार को श्रीनगर से जम्मू की ओर जा रहे सेना के एक काफिले पर फायरिंग की थी। इस हमले के बाद आतंकी हाईवे के पास की एक इमारत में छिपे थे। वहीं इस हमले के बाद सेना ने जैसे ही घटनास्थल की घेराबंदी की तो आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी।