Home देश सांसद नाना पटोले की बगावत से क्या बीजेपी को होगा नुकसान?

सांसद नाना पटोले की बगावत से क्या बीजेपी को होगा नुकसान?

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नई दिल्ली

बीजेपी सांसद नाना पटोले की विदाई को भले ही बीजेपी ज्यादा भाव देने को तैयार नहीं है लेकिन जिस तरह से नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने के बाद पहली बार बीजेपी के किसी सांसद ने उनके खिलाफ ही बगावत करके इस्तीफा दिया है, उससे यह माना जा रहा है कि इससे आने वाले दिनों में बीजेपी को झटका लग सकता है। पार्टी के भीतर भी यह माना जा रहा है कि अगर पटोले का मामला हाईलाइट हुआ तो इसका असर गुजरात के चुनाव पर भी नजर आ सकता है।

पार्टी सूत्रों का मानना है कि अब तक किसी भी महत्वपूर्ण चुनाव के दौरान कांग्रेस में ही राहुल गांधी को निशाना बनाकर नेता पार्टी को अलविदा कहकर बीजेपी का दामन थाम रहे थे। लेकिन यह पहला मौका है, जबकि किसी सांसद ने सीधे प्रधानमंत्री को निशाना बनाया है। इसका असर आने वाले दिनों में इसलिए देखने को मिल सकता है, क्योंकि नाना पटोले की तरह ही बीजेपी के भीतर कई नेता फिलहाल उपेक्षित हैं। ऐसे में नाना पटोले की वजह से ये नेता हिम्मत करके इसी तरह का कदम उठा सकते हैं।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक दरअसल, इस तरह के कदम से सिर्फ बीजेपी को नुकसान नहीं होगा बल्कि इसके विपरीत कांग्रेस का भी मनोबल बढ़ेगा। हालांकि पार्टी के एक सीनियर नेता का कहना है कि पटोले पहले भी कांग्रेस में ही थे और वह कांग्रेस छोड़कर ही बीजेपी में आए थे। ऐसे में उनके जाने से पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वैसे भी पटोले का ऐसा जलवा नहीं है कि उनसे बीजेपी को बड़ा नुकसान हो। लेकिन पार्टी के लिए चिंता की बात यह है कि अगर कुछ और नेताओं ने पटोले की राह पर चलते हुए ऐसा कदम उठाया तो उससे पार्टी की वही हालत होगी, जो अब तक बीते तीन साल में कांग्रेस की होती रही है।

अब पार्टी की चिंता यह भी है कि नाना पटोले ने खुद यह कहा है कि बीजेपी में ऐसे नेताओं की तादाद कम नहीं है, जो उनकी तरह ही उपेक्षित हैं। ऐसे में जिन सांसदों को यह आभास है कि अगले लोकसभा चुनाव में उनका टिकट काटा जा सकता है, वे भी नाना पटोले की तरह ही बागी रुख अपना सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो भले ही बीजेपी ऐसे नेताओं को यह कहकर नजरंदाज कर सकती है कि वे चुनाव जीतने का दमखम नहीं रखते लेकिन इतना जरूर है कि इससे पार्टी और खुद मोदी की छवि प्रभावित हो सकती है। पार्टी के कुछ नेताओं का यह भी मानना है कि जिस तरह से पटोले ने गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यह कदम उठाया है, उससे जाहिर है कि वह बीजेपी को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। यही वजह है कि फिलहाल पार्टी नाना पटोले के मुद्दे पर ज्यादा बोलना नहीं चाहती।

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