इंदौर
बच्चों के साथ बढ़ती अपराध की घटनाओं के बाद स्कूल सबसे असुरक्षित स्थान बनते जा रहे हैं। ताजा मामला मध्य प्रदेश के इंदौर जिले का है जहां एक प्रतिष्ठित स्कूल चेन की 3 महिला अध्यापकों को एक चार वर्षीय बच्ची के साथ यौन शोषण मामले पुलिस ने हिरासत में लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपी टीचरों ने स्कूल समय में ही बच्ची का यौन शोषण कर और उसका विडियो बनाया था। तीनों के खिलाफ आईपीसी और पॉक्सो ऐक्ट की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
पीड़ित बच्ची ने अपनी मां को पूरी घटना की जानकारी दी थी। साथ ही पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को स्कूल की उन जगहों को दिखाया जहां उसके साथ गलत काम हुआ था। घटना से नाराज बच्चे के अभिवावकों ने आरोपी टीचरों पर हमला करने का प्रयास किया था।
दूसरी ओर आरोपी शिक्षिकाएं मामले को पूरी तरह गलत बता रही हैं। एक टीचर ने कहा कि उन्होंने अब तक बच्ची को पढ़ाया ही नहीं तो उससे कभी कोई बातचीत ही नहीं हुई। दूसरे ने कहा कि वह पिछले 15 दिनों से उस बच्ची से मिली ही नहीं। टीचर ने कहा, ‘बच्ची ने जो कुछ कहा वह गलत है। मैं सिर्फ प्लेग्रुप (1.5 से 2 साल की उम्र) स्टूडेंट्स को पढ़ाती हूं। मैंने उसकी क्लास में कभी नहीं पढ़ाया।’
स्कूल के डायरेक्टर भी टीचरों से सहमति जताते हुए बोले, ‘यह सिर्फ एक बच्ची का आरोप है और मुझे पूरा विश्वास है कि स्कूल में इस तरह की कोई घटना नहीं हुई होगी।’
वहीं बच्ची की मां ने बताया कि उनकी बेटी पिछले कुछ दिनों से बेहद परेशान थी और प्राइवेट पार्ट्स में दर्द बता रही थी।
बच्ची के मामा ने बताया, ‘जब मेरी बहन (बच्ची की मां) ने उससे बात की तो उसने बताया कि उसकी स्कूल टीचरों ने प्राइवेट पार्ट में उंगली डाली। उन्होंने ऐसा करते हुए बच्ची को मारा भी और विडियो भी बनाया। उसने तीनों महिला टीचरों की पहचान की और कहा था कि इन्हीं तीनों ने उसके साथ गलत काम किया।’