मुंबई
1993 के मुंबई बम ब्लास्ट के बाद दाऊद इब्राहिम अपने परिवार के साथ पाकिस्तान शिफ्ट हो गया था। उस वक्त उसके गिरोह के जो लोग उसके साथ वहां गए थे, उनमें एक छोटा शकील भी था। मुंबई क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने गुरुवार को एनबीटी से कहा कि शकील इन दिनों पाकिस्तान में नहीं है। डी कंपनी में पड़ी फूट के बीच शकील का पाकिस्तान से गायब होना बड़ी खबर मानी जा रही है।
इस अधिकारी के अनुसार, उन्हें पता चला है कि उसे तीन महीने पहले वहां आखिरी बार देखा गया था। पर पाकिस्तान से बाहर वह किस देश में हैं, इसकी जानकारी भारतीय खुफिया एजेंसियां निकाल रही हैं। इस अधिकारी के अनुसार, जरूरी नहीं कि शकील ने दाऊद से अलगाव की वजह से पाकिस्तान छोड़ा हो। वह साल में कई बार दूसरे देशों में आता-जाता रहता है। उसका एक करीबी रिश्तेदार अमेरिका में है। दो साल पहले वह उस रिश्तेदार से मिलने वहां गया था, लेकिन बीच में वह कुछ दिन ऑस्ट्रेलिया में भी ठहरा था। छोटा राजन उन दिनों वहां रहता था। ऐसा कहा जाता था कि शकील को उसके एक खास आदमी ने, जो कुछ समय पहले दुबई में पकड़ा गया, राजन के ठिकानों की शिनाख्त करवाई थी। राजन उसी के बाद वहां से भागा था। बाद में वह इंडोनेशिया के बाली शहर में पकड़ा गया था।
शकील तीन महीने से पाकिस्तान में नहीं
अभी छोटा शकील किस मकसद से पाकिस्तान से बाहर है, इसका खुलासा नहीं हो सका है। हालांकि शकील ने पिछले दो दिनों में कुछ टीवी चैनलों से इंटरव्यू में दाऊद से अलगाव की खबरों का खंडन किया है। उसने यह भी कहा कि डी कंपनी का बॉस दाऊद ही है। पर मुंबई पुलिस से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि दाऊद से अलगाव होना खुद शकील को भारी पड़ सकता है, इसलिए दाऊद के पक्ष में बोलना उसकी मजबूरी भी है।
मुंबई में अनीस और शकील के पंटरों के बीच हुआ झगड़ा
डी गैंग में अनीस के हस्तक्षेप की वजह से शकील अपने बॉस दाऊद से नाराज चल रहा है। खबरें यहां तक आ रही हैं कि दाऊद अपना अवैध कारोबार धीरे-धीरे अनीस को सौंपने की तैयारी में है। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, कि बात अब इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि करीब एक पखवाड़े पहले दक्षिण मुंबई में शकील के एक रिश्तेदार और अनीस के एक करीबी पंटर के बीच मारामारी भी हुई। हालांकि दोनों ने पुलिस में शिकायत नहीं की। मारामारी करने वाले ये दोनों लोग करीब डेढ़ दशक पहले दुबई से मुंबई डिपोर्ट हुए थे। एक सीनियर आईपीएस अधिकारी ने एनबीटी से कहा कि ‘शकील और अनीस के बीच अलगाव या झगड़ा कोई नया नहीं है। लेकिन दाऊद हमेशा से दोनों को संभाले रहा और अभी भी संभाले हुए है।’
एक अन्य अधिकारी ने इस संवाददाता से कहा कि इकबाल कासकर की गिरफ्तारी के बाद अनीस की तुलना में शकील के फोन कॉल्स मुंबई में बहुत कम हुए हैं। शकील जो कॉल्स कर भी रहा है, उनमें गिरोह को लेकर कम बातचीत होती है। किसी को हफ्ते के लिए भी इधर उसने शायद ही कोई कॉल किया हो।