किसी शहर के भीड़भाड़ वाली सड़कों पर हर वक्त घटता-बढ़ता शोर हमारे हृदय की सामान्य गति को प्रभावित करता है जिससे हृदय संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। वैज्ञानिकों ने ऐसी चेतावनी दी है। यूके की नॉटिंगम ट्रेंट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च में पाया कि आवाज में लगातार हो रहे बदलाव- फिर चाहे वह निचले स्तर पर ही क्यों न हो- का इंसान की सामान्य हृदय गति पर तुरंत हानिकारक प्रभाव पड़ता है। इस रिसर्च के परिणाम में यह बात सामने आयी है कि हमारे आसपास के परिवेश और परिस्थिति का लंबे समय तक हमारे स्वास्थ्य पर काफी असर पड़ता है।
इस स्टडी के लिए कुछ ग्राहकों को मोबाइल बॉडी सेंसर पहनाकर नॉटिंगम सिटी सेंटर में 45 मिनट तक घूमने के लिए कहा गया। नॉटिंगम ट्रेंट के रिसर्चर इमैन कान्जो ने कहा, ‘हमने पाया शोर में होने वाले त्वरित बदलाव की वजह से इस स्टडी में शामिल प्रतिभागियों की सामान्य हृदय गति में बाधा उत्पन्न हुई। अगर किसी व्यक्ति के साथ इस तरह का पैटर्न लगातार होता रहता है तो इस बात की बहुत ज्यादा आशंका है कि उस व्यक्ति को हृदय संबंधी बीमारियां हो जाएं।’ शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि हवा के दबाव का जितना असर हमारे शरीर के तापमान पर पड़ता है उतना ही असर हमारी हृदय गति पर भी होता है।
इस स्टडी में शामिल प्रतिभागियों में से किसी को भी हार्ट प्रॉब्लम नहीं थी लेकिन शोधकर्ताओं का कहना है कि इस बात की स्टडी किया जाना ज्यादा जरूरी है कि जिन लोगों को पहले से हार्ट की समस्या है उन पर इस तरह के कंडिशन का कितना ज्यादा प्रभाव पड़ता है