नई दिल्ली
मॉनसून देशभर में अपना असर दिखा रहा है। मॉनसून के पहले महीने जून में 4 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई। पूर्वी भारत को छोड़कर हर जगह अच्छी बारिश हुई है। आईएमडी के मुताबिक, जून के महीने में 170.2 मिलीमीटर बारिश हुई है। देश के 36 में से 29 वायुमण्डलीय सबडिविजन में सामान्य या फिर उससे अधिक बारिश हुई। सबसे कम बारिश पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में हुई है।
आईएमडी के वैज्ञानिक डी शिवानंद पई ने कहा, ‘अगल कुछ दिनों में मॉनसून का रुख हिमालय की तलहटी से उत्तर की तरफ होगा। इससे उन स्थानों पर बारिश होगी जहां यह कम हुई है।’ इधर, मध्य और दक्षिण भारत में क्रमशः 8 और 5 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। सबसे ज्यादा हैरानी उत्तर-पश्चिम के लिए रही है जहां 52 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। इसकी वजह पश्चिमी विक्षोभ है।
सिर्फ पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में औसत से कम बारिश हुई है। यहां अब तक बारिश में 18 प्रतिशत की कमी देखी गई है। पई ने कहा, ‘पूर्वोत्तर में कम बारिश चिंता की वजह नहीं है, क्योंकि क्षेत्र में सामान्य बारिश भी बहुत ज्यादा है। इसलिए बारिश की कमी के बावजूद पूर्वोत्तर में देश के अधिकांश हिस्सों से अधिक बारिश हुई है।’
जून में मॉनसून की बारिश खरीफ फसलों के लिए अच्छी रहती है। आईएमडी ने जुलाई में 96 प्रतिशत बारिश के आसार जताए हैं जो कि सामान्य है। बारिश अच्छी होने के आसार इसलिए भी जताए जा रहे हैं क्योंकि मॉनसून के सेकंड हाफ में शुरू होने वाला अल नीनो का खतरा कम हो रहा है।