लखनऊ
गैंगरेप की शिकार एक महिला पर शनिवार को ऐसिड हमला किए जाने का मामला सामने आया है। इस महिला पर पहली बार ऐसिड हमला नहीं हुआ है। यह वही महिला है, जिसे जबरन तेजाब पिलाया गया था और सीएम योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल में उससे मुलाकात कर सहायता राशि देने का ऐलान किया था।
ताजा हमले पर जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि घटना लखनऊ के अलीगंज इलाके की है। हमले के बाद महिला को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पीड़िता पर शनिवार रात 8 से 9 बजे के बीच ऐसिड फेंका गया, जब वह पानी भरने के लिए हॉस्टल से बाहर गई थी। पुलिस के मुताबिक, महिला के चेहरे और गर्दन पर जलने के निशान हैं। मामले की जांच शुरू कर दी गई है लेकिन अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, पुलिस को शिकायत किए जाने का इंतजार है। पीड़िता लखनऊ के शीरोज़ हैंगआउट कैफे में काम करती है, जिसे ऐसिड हमले की शिकार महिलाएं चलाती हैं।
इससे पहले 23 मार्च को महिला को ट्रेन में जबरन ऐसिड पिलाए जाने की कोशिश की गई थी। उस घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल पहुंचकर महिला की हालत का जायजा लिया था और एक लाख रुपये की सहायता का ऐलान किया था।
ऐसिड पिलाए जाने की घटना तब सामने आई थी जब पीड़िता ने चारबाग स्टेशन पहुंचकर जीआरपी में लिखित शिकायत दर्ज करवाई थी। पीड़िता को लिखित शिकायत देनी पड़ी थी क्योंकि ऐसिड के असर से वह बोल नहीं पा रही थी। महिला की शिकायत के मुताबिक, दो लोगों ने उसे जबरन ऐसिड पिलाया था।
उससे पहले लखनऊ से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित ऊंचाहार में महिला के घर में दो लोगों ने उसका गैंगरेप किया था और उसपर ऐसिड फेंक दिया था। प्रॉपर्टी विवाद का बदला लेने के लिए महिला के साथ गैंगरेप किया गया था। इतना ही नहीं, पुलिस सूत्रों के मुताबिक साल 2012 में महिला पर चाकू से हमला किया गया था और 2013 में ऐसिड से।