खरगोन
मध्यप्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है। खरगोन जिले सहित आस-पास के इलाकों में देर रात से मूसलाधार बारिश हो रही है। जिससे कुंदा और उसकी सहायक नदियां उफान पर आ गई हैं। बारिश से कुंदा नदी के पास बने प्राचीन किले की दीवार भी ढह गई है। उधर रीवा में भी 48 घंटों से बारिश जारी है। यहां नेहरू नगर, बिछिया, दुआरी और निपानिया इलाके में लोगों का बुरा हाल है। तेज बारिश से कई घरों के अंदर पानी भर गया है।
खरगोन में कुंदा नदी का पानी कई जगहों पर पुल के ऊपर से बह रहा है, जिससे आवागनम ठप हो गया और दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई है। खंडवा-बड़ौदा स्टेट हाइवे पर दीवाली और बंधानी नदी की पुलियाओं पर पानी होने से आवागमन रुक गया था। यहां जाम में एक एंबुलेंस भी फंस गई। करीब 4 घंटे बाद नौ बजे पुलिया पर पानी कम हुआ, जिसके बाद वाहनों का आवागमन शुरू हो सका।
आरेंज अलर्ट जारी
मौसम विज्ञानियों ने अगले 24 घंटों के दौरान कटनी, रीवा, दमोह, छतरपुर, उमरिया, सतना, सागर, विदिशा, रायसेन, नरसिंहपुर और में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। साथ ही पश्चिमी मप्र में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में भी जोरदार बौछारें पड़ने की संभावना है। दरअसल, दक्षिण-पूर्व उत्तरप्रदेश और उत्तर-पूर्वी मप्र पर एक शक्तिशाली लो-प्रेशर क्षेत्र बना है,जो पूर्वी मप्र पर सक्रिय है।इसका मूवमेंट धीरे-धीरे पश्चिमी मप्र की तरफ हो रहा है। इसके असर से पूरे प्रदेश में अगले 24 घंटे के दौरान तेज बौछारों का सिलसिला शुरू होने के आसार बढ़ गए हैं।
क्या है ऑरेंज अलर्ट
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एसके डे ने बताया कि भारी वर्षा का सटीक पूर्वानुमान होने पर संभावित भारी वर्षा वाले क्षेत्र के लोगों को परेशानी से बचने के लिए सचेत रहने को कहा जाता है। इसे ऑरेंज अलर्ट कहा जाता है। इसका मकसद समय से पहले उन्हें संभावित परेशानी से बचने के लिए समुचित इंतजाम करने का सुझाव देना है। इससे वे किसी तरह की अनहोनी से बच सकें।