कुछ महीने पहले यूपी की सत्ता से बेदखल हुई पूर्व की अखिलेश यादव सरकार के कार्यकाल में फिजूलखर्ची को लेकर भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं। हाल ही में आई ऑडिट रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के सुरक्षा काफिलों की गाड़ियों की खरीददारी करने में करोड़ों रुपये खर्च कर दिए गए।
कैग ने यूपी की सरकार के 2015 में दो मर्सेडीज़ बेंज बुलेटप्रूफ गाड़ियां खरीदने पर सवाल खड़े किए हैं। ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश के सुरक्षा काफिले के लिए बुलेटप्रूफ गाड़ियों की खरीददारी में 6.9 करोड़ रुपए खर्च किए गए। कैग ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जहां यूपी सीएम की मर्सेडीज पर करोड़ों रुपये बहा दिए गए, वहीं महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश राज्यों ने अपने मुख्यमंत्रियों के लिए इंडियन मेड कारों का ही इस्तेमाल किया।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी से इस बारे में जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस खरीददारी की जानकारी नहीं है। हालांकि उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि खरीददारी में हर प्रक्रिया एवं मानक का पालन किया गया होगा। कैग की आपत्ति पर जवाब देते हुए यूपी की एसपी सरकार ने कहा था, राज्य में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए बुलेटप्रूफ कारों की खरीददारी की गई थी।
कैग ने अपनी रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश में कई अन्य वित्तीय अनिमितताओं और गड़बड़ियों का खुलासा किया है। रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश में 2015-16 के दौरान सड़क निर्माण के ठेकों के आवंटन में भी घोर अनियमितताएं उजागर की हैं।