नवादा
छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले के शहीद रंजीत के परिवार के साथ बिहार सरकार द्वारा लापरवाही बरतने का मामला सामने आया है. शहीद के परिजनों को जो चेक बिहार सरकार की तरफ से बतौर मदद दिया गया वो बाउंस हो गया है. सुकमा में नक्सली हमले में शेखपुरा के रहने वाले सीआरपीएफ जवान रंजीत कुमार शहीद हो गये थे. वो फूलचोढ़ गांव के रहने वाले थे. शहीद की पत्नी सुनीता देवी को शहादत के बाद बिहार सरकार की तरफ से एचडीएफसी बैंक का पांच लाख का चेक भी दिया गया था लेकिन ये चेक बाउंस कर जायेगा किसी ने शायद ही सोचा था.
क्या बताया शहीद की विधवा ने
पीड़िता और शहीद की विधवा ने बताया कि चेक को जमुई के अलीगंज स्थित एसबीआई शाखा के अपने खाते में डाल दिया गया लेकिन करीब एक सप्ताह बाद वहां के बैंक कर्मियों ने चेक बाउंस होने की सूचना दी. शहीद के परिवार वालों के मुताबिक बैंक कर्मियों ने उन्हें बताया कि एचडीएफसी के चेक में अंकित जिलाधिकारी दिनेश कुमार का हस्ताक्षर नहीं मिलने के कारण चेक बाउंस किया गया.
चेक बाउंस होने के बाद से लगातार शहीद का परिवार उक्त राशि का भुगतान पाने के लिए बैंकों का चक्कर लगा रहा है. बुधवार को चेक के बाउंस होने का मामला सामने आया तो सबके हाथ पैर फुलने लगे. शहीद अपने पीछे पत्नी सुनीता देवी, मां मानो देवी और पिता इन्द्रदेव यादव समेत दो बच्चों को छोड़ गये हैं.