प्राइवेट ड्राइवर नशे में चला रहा था सरकारी गाड़ी
जबलपुर
शहर के पास वन विभाग का वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने से 11 मजदूरों की मौत हो गई और 15 घायल हो गए। इस पूरे मामले में वन विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हो रही है। विभाग ने अपनी सरकारी गाड़ी तेंदूपत्ता ठेकेदार को मजदूर लाने के लिए दी थी। वाहन को ठेकेदार का ड्राइवर शराब पीकर चला रहा था। नशे की हालत में मोड पर वह गाड़ी से अपना नियंत्रण खो बैठा और वह पुलिया की रेलिंग तोड़कर करीब 25 फीट नीचे जा गिरी।
मौके पर ही 10 मजदूरों की मौत हो गई और एक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस बात की जानकारी जैसे ही वन विभाग को लगी, देर रात ही आनन-फानन में पुलिया से नीचे गिरी गाड़ी को उठा लिया गया। जब मौके पर पुलिस पहुंची तो वहां गाड़ी नहीं थी। आरोप ही की वन विभाग ने अपनी लारवाही छिपाने के लिए गाड़ी को वहां से हटा दिया। जानकारी के मुताबिक तेंदूपत्ता ठेकेदार महाराष्ट्र के गोंदिया से इन मजदूरों को लेकर देर रात ट्रेन से जबलपुर आया था। इसके बाद वहां से इन्हें चरगंवा लाया जा रहा था, तभी यह हादसा हो गया।