राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ‘कक्काजी” ने मंदसौर गोलीकांड की जांच के लिए ‘जन न्याय आयोग” के गठन का ऐलान किया है। उन्होंने कहा आजादी केवल भ्रष्ट नेता और अफसरों को मिली। किसान, मजदूर और गरीब आज भी गुलाम हैं, उनकी आजादी की जंग जारी रहेगी। उन्होंने कहा तीन साल में भाजपा सरकार ने 22 किसान विरोधी निर्णय लिए।
टीटी नगर दशहरा मैदान में किसानों का जेल भरो आंदोलन शुरू करते हुए उन्होंने कहा भाजपा खेती को लाभ का धंधा नहीं बना पाई। पार्टी ने घोषणा पत्र में लागत का 50 फीसदी लाभकारी मूल्य देने की बात कही थी लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ। मीडिया से चर्चा के दौरान शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया। वे बोले राज्य सरकार 13 साल पहले खेती को लाभ का धंधा बनाने की बात कहती थी लेकिन अब इससे मुकर गई।
किसान नेता शर्मा ने मंदसौर गोलीकांड के घायलों को मुआवजा और मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा इस मामले में अब तक दोषी लोगों पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई। ऐसा गोलीकांड राज्य में पहली बार हुआ। उन्होंने बताया संघ ने वरिष्ठ एडवोकेट आनंद मोहन माथुर की अध्यक्षता में मंदसौर गोलीकांड की जांच आयोग गठित किया है। इसमें रिटायर्ड जज भी रहेंगे। माथुर 19 अगस्त से क्षेत्र का दौरा भी करेंगे।
शर्मा ने कहा राज्य सरकार ने मूंग, प्याज, उड़द और अरहर का अब तक भुगतान नहीं किया। किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिल रहा। नामांतरण, बंटवारा, बिजली एवं सिंचाई संबंधी मामलों का दो-दो साल बाद भी निपटारा नहीं हो पा रहा। हालत बदतर हो चुकी है।
उन्होंने दावा किया कि 2 हजार किसानों की गिरफ्तारी की गई। वर्तमान सरकार लोकतंत्र का गला घोट रही है। 9 अगस्त को गांधीजी ने अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया था। किसान मजदूर संघ ने भी जिलास्तर पर 9 से 15 अगस्त तक जेल भरो आंदोलन शुरू किया है। सभा को प्रदेश अध्यक्ष देवनारायण पटेल, महामंत्री हेमराज पटेल और सुनील गौर ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में उमेश शर्मा, रामचंद्र जाट, रविदत्त सिंह और त्रिवेणीदत्त तिवारी आदि भी मौजूद थे।