21 अगस्त को साल 2017 का दूसरा सूर्यग्रहण है. भारतीय समय के अनुसार यह सूर्यग्रहण 21 अगस्त की रात 9 बजकर 16 मिनट से शरू होकर रात में 2 बजकर 34 मिनट पर समाप्त होगा. ग्रहण की कुल अवधि करीब 5 घंटे, 18 मिनट होगी. पूर्ण सूर्य ग्रहण की अवधि 3 घंटे, 13 मिनट है. ये ‘पूर्ण सूर्यग्रहण’ होगा जो कि यूरोप, उत्तर पूर्व एशिया, उत्तर-पश्चिम अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका , दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, आर्कटिक की ज्यादातर हिस्सो में दिखाई देगा. सूर्य ग्रहण से दो सप्ताह पहले रक्षाबंधन के दिन खंडग्रास चंद्र ग्रहण था.
कब लगता है सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी और सूरज के बीच चंद्रमा आ जाता है. सूर्य ग्रहण तीन प्रकार का होता है. पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण, दूसरा आंशिक सूर्य ग्रहण और तीसरा वलयकार सूर्य ग्रहण. जब चन्द्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से होकर गुजरता है तब धरती के कुछ हिस्सों से सूर्य नजर नहीं आता.
99 साल बाद अमेरिकी महाद्वीप में दिखाई देगा ‘पूर्ण सूर्यग्रहण’
खबरों के मुताबिक, 99 साल के बाद ऐसा अवसर हो रहा है जब अमेरिकी महाद्वीप में ‘पूर्ण सूर्यग्रहण’ दिखाई देगा इसलिए. खबर है कि नासा की ओर से इसका लाइव टेलिकास्ट किया जाएगा. जब भारत में रात होगी तो अमेरिका में भी अंधकार छा जाएगा. पूर्ण सूर्य ग्रहण 99 साल पहले 8 जून, 1918 को हुआ था. इस सूर्य ग्रहण को अमेरिका के साथ-साथ प्रशांत और अटलांटिक देशों में भी देखा गया था.
आज के पूर्ण सूर्यग्रहण के लिए नासा आसमान में गुब्बारे भेजने की तैयारी में है. इन गुब्बारों को माइक्रोस्ट्रेट कहते हैं. ये धरती से परे जीवन की क्षमता का पता लगाएंगे. नासा लोगों को सूर्य ग्रहण के दौरान की तस्वीरे और वीडियो उपलब्ध कराएगा. नासा ने बताया कि यूएस के लोग करीब 40 साल पहले 26 फरवरी, 1979 में सूर्य ग्रहण के गवाह बने थे, हालांकि ये पूर्ण सूर्य ग्रहण नहीं था.
भारत में नही होगा कोई असर
भारत में ग्रहण के दौरान रात होगी. ऐसे में सूर्य ग्रहण यहां दिखाई नहीं देगा और ना ही इसका कोई असर होगा. भारत में सूतक भी नहीं लगेंगे और ना ही इसके कोई असर होंगे. जहां ग्रहण दिखता है, वहीं सूतक लगते हैं.
क्या कह रहे हैं ज्योतिष
ज्योतिषियों को मानना है कि भारत में सूर्य ग्रहण नही दिखेगा फिर भी इसका असर राशियों पर जरूर पड़ेगा. ज्योतिषियों की राय के मुताबिक, इस बार ग्रहण सिंह राशि में पड़ेगा, जिसकी वजह से चंद्रमा सबसे ज्यादा पीड़ित रहेगा. ग्रहण के दौरान जो जातक सिंह लगन में खासतौर से मघा नक्षत्र में पैदा हुए हैं उन पर इसका असर सबसे ज्यादा पड़ेगा. जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष हो, राहु-केतु की दशा चल रही हो उनके लिए ग्रहण प्रभावशाली होगा.