दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के जीवन पर बनी एक डॉक्युमेंट्री फिल्म ‘एन इन्सिगनिफिकेंट मैन’ को फिल्म सर्टिफिकेशन अपीलेट ट्राइब्यूनल (FCAT) के निर्देश पर सेंसर बोर्ड ने ‘यू/ए’ सर्टिफिकेट दिया है। हाल में इस फिल्म को बनाने में खुशबू रंक की सहायता करने वाले विनय शुक्ल ने यह जानकारी मीडिया को दी है।
शुक्ल ने बताया, ‘ट्राइब्यूनल द्वारा हमारे पक्ष में फैसला दिए जाने से हम आभारी हैं। यह हमारी पार्टी की तरह ही एक अलग किस्म की राजनीतिक फिल्म है।’ बता दें कि पहलाज निहलानी की अध्यक्षता वाले सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म के मेकर्स को यह निर्देश दिया था कि फिल्म पास कराने के लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित और केजरीवाल से एनओसी लेकर आएं। जिसके बाद मेकर्स ने FCAT का रुख किया था।
ट्राइब्यूनल ने अपने फैसले में कहा कि फिल्म की रिलीज़ के लिए राजनीतिक लोगों से एनओसी मांगना कानूनन गलत है। साथ ही इसमें कहा गया कि फिल्म कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के नाम भी म्यूट करने की कोई जरूरत नहीं है। इस फिल्म को पहले ही बीएफआई लंदन फिल्म फेस्टिवल और बुसान इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल सहित कई फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया जा चुका है।