भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के भोपाल दौरे के बाद सरकार पूरी तरह से चुनाव मोड में आ गई है। अब हर माह प्रदेश में बड़े कार्यक्रम होंगे। युवा, महिला और किसानों पर फिलहाल फोकस रहेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिसंबर तक के कार्यक्रमों को हरी झंडी दे दी है। इनमें वे स्वयं तो हिस्सेदारी करेंगे ही मंत्री, सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष से लेकर अफसर जनता से सीधे रूबरू होंगे। कुल मिलाकर सरकार की रणनीति लोगों के बीच सक्रियता बढ़ाकर अपना काम बताने और उनका मन टटोलने की है।
सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में सत्ता और संगठन को आगामी विधानसभा चुनाव तक सक्रिय रखने के कार्यक्रम मुख्यमंत्री सचिवालय के स्तर पर तय किए गए हैं। कार्यक्रमों की शुरुआत 15 सितंबर से होगी। इसमें विकासखंड स्तर तक कृषि किसान सम्मेलन किए जाएंगे। ये सिलसिला 30 सितंबर तक चलेगा। इसमें प्रभारी मंत्री और स्थानीय जनप्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री खुद चंदेरी और गुना में एक-एक लाख किसानों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
इसी तरह 6 से 25 अक्टूबर तक पर्यटन केंद्रों को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलेगा। 11 से 30 नवंबर के बीच युवा सम्मेलन होंगे। इसमें युवाओं को कौशल विकास के साथ स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाएगा। एक दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच महिला स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन होंगे।
जनवरी में फीडबैक लेकर बनेगी नए रणनीति
मुख्यमंत्री सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि जनवरी में नए सिरे से रणनीति तय होगी। मुख्यमंत्री सितंबर से दिसंबर तक चलने वाले अभियानों का खुफिया तंत्र के अलावा अन्य माध्यमों से फीडबैक लेकर आगामी कार्यक्रम तय करेंगे। सरकार की पूरी कोशिश इस बात को लेकर रहेगी कि पूरा तंत्र काम करता हुआ नजर आए।
लक्ष्यों को हासिल करना ही होगा
सूत्रों का कहना है कि अधिकारियों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से जुड़े लक्ष्य हर हाल में हासिल करने होंगे। इसके लिए सभी अधिकारियों को 15 दिन में रणनीति बनाने के निर्देश भी दिए जा चुके हैं। चुनिंदा अधिकारियों को नए कार्यक्रमों की रणनीति बनाने का जिम्मा भी सौंपा गया है।