लगातार हो रहे हादसों के चलते अब रेल मंत्री सुरेश प्रभु पर गाज गिर सकती है. सूत्रों की मानें तो सुरेश प्रभु की जगह नितिन गडकरी को रेल मंत्रालय का पदभार दिया जा सकता है. बता दें कि हाल ही में हुए बड़े ट्रेन हादसों के बाद सुरेश प्रभु ने पीएम मोदी से मिलकर पद से हटने की बात की थी.
यूपी के वृंदावन में पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में कैबिनेट फेरबदल को लेकर बैठक चल रही है. News18 के सूत्रों के अनुसार गुरुवार शाम को इसी बैठक के बाद नितिन गडकरी को रेल मंत्री बनाए जाने की बात सामने आई. हालांकि अभी तक अधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं की गई है. बता दें कि कुछ समय पहले से ही गडकरी के रेल मंत्री बनने की अटकलें तेज हैं.
गौरतलब है कि रेल मंत्रालय के लिए पिछला सप्ताह काफी तनावपूर्ण रहा है. पांच दिन के अंदर दो बड़े रेल हादसों के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि, पीएम मोदी ने उनसे कुछ दिन इंतजार करने के लिए कहा था.
सूत्रों की मानें तो इस फेरबदल में परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कैबिनेट में कद बढ़ाया जा सकता है. माना जा रहा है कि उन्हें सभी ट्रांसपोर्ट संबंधित मंत्रालयों (परिवहन, रेलवे) की जिम्मेदारी दी जा सकती है. उन्हें हाईवे निर्माण के क्षेत्र में बदलाव लाने का पूरा श्रेय दिया जाता है. गडकरी ने सड़कों का इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.
बता दें कि परिवहन से जुड़े सभी मामलों के लिए एक ही मंत्रालय होने का प्रस्ताव साल 2014 में आया था. यह प्रस्ताव अमेरिका की यूनिफाइड मिनिस्ट्री ऑफ ट्रांसपोर्ट से प्रेरित होकर लाया गया था.