कानपुर
आईपीएल 10 पर भी फिक्सिंग का साया गहराने लगा है क्योंकि कुछ खिलाड़ी भी शक के दायरे में आए हैं। कानपुर में सट्टेबाजी के आरोप में होटेल से गिरफ्तार 3 लोगों से पूछताछ के बाद पता चला है कि इनमें से एक गुजरात लायंस के दो खिलाड़ियों के संपर्क में था। वह अजमेर के एक बुकी से बातचीत में कथित तौर पर खिलाड़ियों के संपर्क में होने का दावा किया था। उसकी बातचीत के आधार पर कानपुर पुलिस दोनों खिलाड़ियों से पूछताछ कर सकती है।
दरअसल 10 मई को कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में गुजरात लायंस और दिल्ली डेयरडेविल्स के बीच मैच खेला गया था। उस मैच में गुजरात लायंस ने पहले खेलते हुए 20 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 195 रन बनाए थे। जवाब में एक समय दिल्ली के 6 विकेट 121 रनों पर ही गिर गए थे। लेकिन श्रेयस अय्यर ने 83 गेंदों 96 रन बनाए। अय्यर के आउट होने के बाद दिल्ली को जीत के लिए आखिरी 4 गेंदों में 7 रनों की जरूरत थी। लक्ष्य मुश्किल था लेकिन पुछल्ले बल्लेबाज अमित मिश्रा ने 2 चौके जड़कर दिल्ली को जीत दिला दी।
कानपुर पुलिस ने 10 मई को ही नयन रमेश शाह, विकास चौहान और रमेश कुमार को मैच पर सट्टा लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया। तीनों अजमेर के एक बुकी बंटी के संपर्क में लगातार बने हुए थे। कानपुर (ईस्ट) के एसपी अनुराग आर्य ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में बताया, ‘शाह के फोन में रिकॉर्ड एक वॉट्सऐप चैट में वह बंटी से कह रहा है कि वह लायंस के 2 खिलाड़ियों के संपर्क में है। सोमवार को उसकी पुलिस रिमांड हासिल करने के बाद हम लोगों दोनों खिलाड़ियों से उसकी नजदीकी को लेकर पूछताछ करेंगे। अगर वह दोनों खिलाड़ियों का नाम बता देता है तो पुलिस उन खिलाड़ियों से भी पूछताछ करेगी।’
आर्य ने कहा कि वॉट्सऐप चैट में नयन रमेश शाह अजमेर के बुकी बंटी से कह रहा है कि गुजरात लायंस के 2 खिलाड़ी सेट हो चुके हैं और वे वैसा ही करेंगे जैसा हम उसे कहेंगे। एक और मेसेज में वह यह कहता पाया जा रहा है कि गुजरात लायंस अगर 200 रन भी बना ले तब भी हारेगी। शुक्रवार को कानपुर और अजमेर पुलिस की संयुक्त टीम ने बंटी की तलाश में छापेमारी की। पुलिस का दावा है कि उसने 25 मोबाइल फोन, 3 लैपटॉप के अलावा कई डायरियां और रजिस्टर जब्त किया है। हालांकि बुकी पुलिस के हाथ नहीं आया है।
मामले की जांच कर रहे अधिकारियों के मुताबिक आईपीएल मैचों में सट्टेबाजी का रैकिट राजस्थान, यूपी, मुंबई और दुबई से चल रहे हैं और सट्टेबाज अब ऑनलाइन टूल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक 10 मई को कानपुर में जैसे ही मैच शुरू हुआ, सट्टेबाज सक्रिय हो गए और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर रेट फ्लैश करने लगे। पुलिस के मुताबिक सट्टेबाज हर मिनट पर अलग-अलग सॉफ्टवेयर की मदद से रेट अपडेट करते थे। पुलिस का दावा है कि Enter10sports, betveryfast, 98hub और bet365 सट्टेबाजों के लिए सबसे लोकप्रिय ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म हैं जिसका यूपी में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है।
पुलिस के मुताबिक सट्टेबाजी का ये पूरा काला कारनामा राजस्थान से संचालित हो रहा था। पुलिस के रेडार पर करीब एक दर्ज बुकी हैं और उन्हें ट्रैक करने की कोशिश की जा रही है।
एक युवक ने बताया कि उसने सॉफ्टवेयर तक एक्सेस पाने के लिए यूनिक आईडी और पासवर्ड के लिए उसने 1 लाख रुपये बिटकॉइन में चुकाया। उसने बताया कि वह बुकी नहीं है लेकिन उसकी हमेशा से क्रिकेट में रूचि रही थी। उसके एक रिश्तेदार ने सट्टेबाजी वाले सॉफ्टवेयर के बारे में बताया था। युवक ने बताया कि यूनिक आईडी और पासवर्ड पाने के बाद वह enter10sports पर सट्टा लगाने लगा। वह वॉट्सऐप पर अपने परिचितों को भाव बताता था और कहता था कि अगर वे सट्टा लगाना चाहते हैं तो उससे संपर्क करे।