जोधपुर से धनबाद जाने वाली जोधपुर-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन में एक महिला को समय पर रेल अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर चिकित्सा सहायता उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण उनकी मौत हो गई। मृतक महिला के बेटे ने आरोप लगाया कि जब उसकी मां को कार्डिएक अरेस्ट आया तो उसने ट्रेन में मौजूद टीटीई से मदद मांगी थी, लेकिन उसने कोई मदद नहीं की।
मृतक महिला का नाम कंचन देवी (55) है। महिला की आगरा फ़ॉर्ट स्टेशन पहुंचने के दौरान ही मौत हो गई। मृतक के पुत्र अमरजीत प्रसाद ने आरोप लगाया कि टीटीई ने शराब पी रखी थी। उन्होंने कहा, ‘टीटीई एस सी मीना ने शराब पी रखी थी। उसने मुझे डांटकर अपनी सीट पर बैठने को कहा।
घटना के समय कंचन देवी S6 कोच में सीट नंबर 8 पर यात्रा कर रही थीं। तभी तड़के 2.30 बजे उन्होंने बेचैनी की शिकायत की। प्रसाद ने कहा, ‘अगले 5 घंटे तक मेरी मां संघर्ष करती रहीं, लेकिन न तो रेलवे के डॉक्टर और न कोई अन्य अधिकारी ने मेरी मदद की।’
जब सुबह में ट्रेन आगरा फ़ॉर्ट पर पहुंची तो यात्रियों ने रेलवे के खिलाफ प्रदर्शन किया और टीटीई की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। आगरा फ़ॉर्ट रेलवे सुरक्षा बल के एसएचओ बी के शर्मा ने कहा, ‘टीटीई के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का आश्वासन देने के बाद यात्री शांत हुए। मृतक का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।