Home राज्य ‘जब तक केस न दर्ज हो, हमारी शादी नहीं होती’

‘जब तक केस न दर्ज हो, हमारी शादी नहीं होती’

0
SHARE

शादी हो जाए इसलिए लूट और डकैती कर अपने नाम मुकदमा दर्ज करवाने वाले सांसी गैंग के 12 हजार के इनामी समेत 5 बदमाशों को क्राइम ब्रांच और मुरादनगर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाशों में चार सगे भाई हैं, जबकि एक उनका मामा है। पूछताछ में इन बदमाशों ने दिलचस्प खुलासे किए हैं। क्राइम ब्रांच प्रभारी दिनेश यादव ने कहा कि गैंग के सदस्य किसी भी वारदात को अंजाम देने पहले घर पर पूजा करते हैं। वहीं डकैती या लूट की वारदात के बाद गैंग मिलकर बकरे की बलि देकर जश्न मनाता है। इन बदमाशों ने खुद बताया कि जब तक केस न दर्ज हो, उनकी शादी नहीं होती।

ये सारे बदमाश सांसी गैंग के हैं। रात को गैंग के 15-20 लोग एक साथ निकलकर वारदात करते हैं। ये ज्यादातर फैक्ट्री को निशाना बनाते थे। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि गैंग में किसी भी बाहर के व्यक्ति को शामिल नहीं किया जाता था। गैंग में सिर्फ परिवार के लोगों को ही लिया जाता था। पुलिस ने इनके पास से खतौली से चोरी की गई ऑल्टो कार, तीन पिस्तौल बरामद किए हैं। एसपी देहात अरविंद मौर्य ने बताया कि यह गैंग मंगलवार रात मुरादनगर की एक फैक्ट्री में डकैती के मकसद से आया था।

बदमाशों ने फायरिंग भी की
मुखबिर से सूचना मिलने के बाद क्राइम ब्रांच व मुरादनगर पुलिस ने इन्हें सलेमाबाद झाल के पास घेर लिया। पुलिस को देखकर बदमाशों ने करीब 3 राउंड फायरिंग की। इसके बाद पुलिस ने इन्हें घेरकर पकड़ लिया।पकड़े गए बदमाशों में दास, सुनील, कृष्णन, मोनू और इनके मामा बबलू शामिल हैं। गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। टीम का नेत्वृत क्राइम ब्रांच प्रभारी दिनेश यादव कर रहे थे।

एसपी देहात ने बताया कि सभी आरोपी मुरादनगर क्षेत्र में डकैती समेत कई अन्य वारदात में वांछित थे। 2013 में मुरादनगर स्थित बिजली घर में हुई डकैती के मामले में फरार होने के बाद आईजी मेरठ की ओर से गैंग के सदस्य दास पर 12 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here