गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुई बच्चे की हत्या से दुखी मेनका गांधी ने कहा है कि स्कूलों के नॉन टीचिंग स्टाफ में भी सिर्फ महिलाएं होनी चाहिए। वुमन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट मिनिस्टर ने सुझाव दिया कि ड्राइवर्स, कंडक्टर्स के अलावा बाकी नॉन टीचिंग स्टाफ में अगर महिलाओं को ही रखा जाता है तो चाइल्ड सेक्शुअल एब्यूज के मामलों को रोका जा सकता है। बता दें कि रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को एक बस कंडक्टर ने बच्चे के साथ गलत काम करने की कोशिश की थी। विरोध करने पर उसने बच्चे को चाकू से मार डाला। बच्चे का परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है।
नरेंद्र मोदी सरकार में वुमन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट मिनिस्टर मेनका गांधी ने रेयान इंटरनेशनल स्कूल की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने नॉन टीचिंग स्टाफ के बारे में अपने सुझाव एचआरडी मिनिस्ट्री को भी भेज दिए हैं। न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में मेनका गांधी ने कहा- हमने अपने सुझाव एचआरडी मिनिस्ट्री को भेज दिए हैं। और जो सुझाव भेजे गए हैं वो पहले ही वुमन्स पॉलिसी (ड्राफ्ट) में मौजूद हैं। ड्राइवर, कंडक्टर और बाकी नॉन टीचिंग स्टाफ में भी सिर्फ महिलाएं ही होनी चाहिए।
सात दिन में पूरी होगी जांच
रेयान इंटरनेशनल स्कूल की घटना पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि जांच सात दिन में पूरी कर ली जाएगी। वहीं, न्यूज एजेंसी ने एसआईटी सूत्रों के हवाले से कहा कि जांच के दौरान स्कूल की बाउंड्री वॉल टूटी हुई पाई गईं। स्टाफ के लिए अलग टॉयलेट नहीं थे। आग बुझाने में काम आने वाली मशीनें भी खराब थीं। एसआईटी के मुताबिक- स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे भी सही नहीं पाए। इन्हें सही जगह पर भी नहीं लगाया गया था और सबसे बड़ी बात की इम्प्लॉईज का पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं कराया गया था।