मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की गोपनीय बैठक की बातें सार्वजनिक हो जाती हैं. मुख्यमंत्री आजकल गोपनीय बैठकें ज्यादा कर रहे हैं, जिसमें वो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी नहीं बुलाते.लेकिन सीएम बैठक को जितना गोपनीय रखते हैं, उसकी ख़बरें उतनी ही ज्यादा सार्वजनिक हो जाती हैं.पिछले दिनों सीएम सचिवलाय के अधिकारियों के साथ रातापानी अभ्यारण्य में गोपनीय बैठक के बाद सीएम आज अपनी पार्टी के नेताओं के साथ गोपनीय बैठक भोपाल के केरवा में कर रहे हैं.
प्रदेश मंत्रिमंडल में फेरबदल और विभागों में बदलाव को लेकर आला नेताओं के साथ बैठक का ऐसा कोई एजेंडा नहीं है. जिसे इतना गोपनीय रखा जाए. मुख्यमंत्री को अधिकार है कि वो रिशफल करे. आज की बैठक के तीन स्थान बदले गए. पहले रायसेन जिले का रातापानी तय हुआ फिर मुख्यमंत्री निवास तय हुआ और फिर आनन-फानन में केरवा कर कर दिया गया.इतनी गोपनीयता को लेकर सवाल ये उठता है कि क्या मुख्यमंत्री की हर बात सार्वजनिक हो रही है. यदि फेरबदल करना ही है तो क्या गोपनीय बैठक सीएम हाउस या पार्टी दफ्तर में संभव नहीं है.
फिलहाल, पिकनिक स्पॉट केरवा डेम पर बने गेस्ट हाऊस में सीएम शिवराज की पार्टी के दिग्गज नेताओं विनय सहस्रबुद्धे, नरेन्द्र सिंह तोमर, नंदकुमार सिंह, सुहास कुमार के साथ हो रही बैठक भी सवालों के घेरे में है. इसकी मुख्य वजह पार्टी के कई बड़े नेताओं की अनुपस्थिति है. बैठक में कैलाश विजयवर्गीय, प्रभात झा, थावरचंद गेहलोत, फग्गन सिंह कुलस्ते, विक्रम वर्मा, कृष्ण मुरारी मोघे जैसे बड़े नेता शामिल नहीं है.
सूत्रों की माने तो प्रदेश संगठन ने इन नेताओं को बैठक में बुलाया ही नहीं. ऐसे में ये भी सवाल उठना लाजिमी हैं कि ये सभी नेता पार्टी के बड़े नेता नहीं रहे.यह भी बताया जा रहा है कि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान तक को बैठक की जगह की जानकारी नहीं थी. खासबात ये है कि बैठक में वित्त मंत्री जयंत मलैया, राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता, उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल मौजूद हैं.पार्टी सूत्रों की माने तो बैठक में अगले महीने अक्टूबर में आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारिणी की होने वाली बैठक की तैयारियों पर चर्चा हो रही है.