इलाहबाद में मंगलवार को एक बड़ा रेल हादसा टल गया। यहां एक ही ट्रैक पर तीन ट्रेन आ गईं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, तीनों ट्रेन के बीच करीब 100 मीटर की दूरी थी। अच्छा यह रहा है कि पता चलने के बाद तीनों ट्रेनों को वक्त पर रोक लिया गया। यह घटना इलाहबाद क्रॉसिंग से महज एक किलोमीटर की दूरी पर हुई। घटना सुबह 10 बजे के करीब हुई। दुरंतो एक्सप्रेस, हटिया-आनंदविहार एक्सप्रेस और महाबोधि एक्सप्रेस एक दूसरे के पीछे आ गईंं। चश्मदीद के मुताबिक, तीनों की एक दूसरे से दूरी करीब 100 मीटर थी।
चश्मदीद ने क्या बताया?
हटिया-आनंदविहार एक्सप्रेस के एक पैसेंजर सर्वेश कुमार ने बताया- “इलाहबाद क्रासिंग आने के पहले ट्रेन अचानक खड़ी हो गई। हमने बाहर निकलकर देखा कि तो उसी ट्रेन पर दुरंतो खड़ी थी। वहीं, कुछ पैसेंजर्स ने बताया कि महाबोधि भी हमारी ट्रेन के पीछे कुछ ही दुरी पर खड़ी है। ऐसे में बड़ा हादसा भी हो सकता था।”
वहीं सोमवार को दिल्ली-हावड़ा मार्ग के सराय भूपत व जसवंतनगर रेलवे स्टेशन के बीच भी एक बड़ा रेल हादसा टल गया। सूचना के मुताबिक इन दोनों स्टेशनों के बीच 5 इंच की पटरी टूटी हुई थी जिस कारण शताब्दी और राजधानी समेत कई ट्रेनों को रोक दिया गया।इसके बाद आनन-फानन में मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने ट्रैक की मरम्मत करवाई और संचालन बहाल किया।
जानकारी के अनुसार सुबह 6:30 बजे के करीब कीमेन व एक अन्य रेलवे कर्मचारी ने अपलाइन की पटरी को टूटा देखा तो तत्काल आला अफसरों को सूचना दी। अधिकारियों ने अप लाइन की रेलवे पटरी पर पहुंचकर आनन-फानन में रेल हैड को जुड़वाया और इसके बाद करीब 9 बजकर 2 मिनट पर शताब्दी एक्सप्रेस को रवाना किया गया।
UP में हुए बड़े रेल हादसे
- 1)19 अगस्त 2017: खतौली रेलवे स्टेशन के पास पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। 22 की मौत।
- 2) 20 फरवरी 2017: टुंडला में कालिन्दी एक्सप्रेस के 12 डिब्बे पटरी से उतरे। 23 की मौत।
- 3)20 नवंबर 2016: कानपुर के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसा। 121 लोगों की मौत।
- 4)20 मार्च 2015: रायबरेली के बछरावां के पास देहरादून-वाराणसी एक्सप्रेस हादसा। 32 की मौत।
- 5)1 अक्टूबर 2014: गोरखपुर में क्रॉसिंग पर दो ट्रेनों की आमने-सामने टक्कर। 14 की मौत।