रविवार देर रात परसोरिया गांव में ताजिए के जुलूस के दौरान करंट फैलने से जुलूस में शामिल लोगों में भगदड़ मच गई। पांच युवक करंट से झुलस गए। इनमें से एक युवक की मेडिकल कॉलेज लाते समय रास्ते में मौत हो गई। अन्य घायलों को मेडिकल कॉलेज में उपचार के बाद छुट्टी कर दी गई।
इस बार गांव के मुस्लिम समाज से स्टील से बना ताजिया निकाला था। ताजिए को हाथ ठेला पर रखकर जुलुस निकाला जा रहा है। ठेला को गांव के पांच युवक खींच रहे थे, अन्य लोग ठेला के पीछे चल रहे थे। पुलिस के मुताबिक, ताजिया का जुलूस गांव में भ्रमण कर रात करीब 11.30 बजे बाबा की मजार के पास से गुजर रहा था।
इस दौरान ताजिए के ऊपरी हिस्से में लगा चांद 11 केवी बिजली की लाइन से टकरा गया, जिससे ताजिए में करंट फैल गया। ठेला खींच रहे युवक चिल्लाने लगे तो जुलूस में शामिल लोगों में भगदड़ मच गई। इस दौरान शेख जावेद नाम के युवक ने हाथ ठेला को तार के नीचे से खींचकर किनारे पर लगा दिया। ताजिया में करंट फैलने से नाजिर पिता खचौरी (20), सलीम पिता नवाब पठान (35), अकरम पिता शेख निसार (20), आसिफ खान और शेख खालिद पिता शेख हमीद करंट लगने से झुलस गए।
जुलूस में करंट फैलने की सूचना मिलते ही सानौधा थाना प्रभारी एमके जगेत पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। घायलों को एंबूलेंस से रात करीब 12.20 बजे मेडिकल कॉलेज लाया गया। करंट से 70 प्रतिशत झुलसे नाजिर की रास्ते में मौत हो गई। थाना प्रभारी जगेत के मुताबिक, अन्य चार युवकों की स्थिति ठीक है। मेडिकल कॉलेज में उनका प्राथमिक उपचार कर छुट्टी दे दी गई। इस घटना से गांव में शोक व्याप्त है।
झूल रहे थे 11 केवी के तार
गांव के बीचों-बीच से बिजली कंपनी की 11 केवी लाइन निकली है। एल्यूमिनियम के तार जमीन से 8 फीट की ऊंचाई पर झूल रहे थे। सामान्य तौर पर 11 केवी लाइन की जमीन से ऊंचाई 20 फीट रहती है। गांव के लोगों का कहना है कि 11 केवी लाइन की मरम्मत न किए जाने से तार ढीले पड़कर झूलने लगे हैं, जिससे यह घटना हुई।